पंजाब के लुधियाना में आज नगर निगम जोन-डी में भाजपा के 18 पार्षदों ने मेयर प्रिंसिपल इंद्रजीत कौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पार्षदों का कहना है कि हमारे वार्डों में किसी तरह का कोई विकास का काम नहीं हो रहा। कई गलियों में गंदगी इतनी अधिक है कि मच्छर मंडरा रहे है लेकिन निगम के अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे। वार्डों में काम करने से पहले यह पूछा जाता है कि आप किस पार्टी से संबंधित हो। निगम अधिकारी सीधे तौर पर धक्केशाही पर उतर आए है। आज सभी पार्षद मेयर इंद्रजीत कौर से मुलाकात करने आए लेकिन उन्होंने बहसबाजी करके उन्हें अपने दफ्तर से बाहर निकलवा दिया। जानकारी देते हुए वार्ड नंबर 70 से पार्षद सुमन वर्मा ने कहा कि आज हम 18 पार्षद मेयर के समक्ष अपनी समस्याएं रखने आए थे। लेकिन मेयर इंद्रजीत कौर ने हमारे से मुलाकात की लेकिन कभी हमें दफ्तर के अंदर बुलाया जाता तो कभी बाहर भेजा जाता। आज मेयर प्रिंसिपल इंद्रजीत कौर सच्चाई सुनने को तैयार नहीं है। यदि इसी तरह से धक्केशाही ही करनी है तो निगम के चुनाव करवाने की जरूरत ही क्या था। मेयर में है इगो प्राब्लम पार्षद गौरवजीत गोरा ने कहा मेयर इंद्रजीत की इगो प्राब्लम के कारण ही पिछली बार भी हमारी समस्याएं नहीं सुनी गई। इस बार फिर से मेयर की इगो प्राब्लम के कारण ही आज भाजपा के पार्षदों को उनके दफ्तर से बाहर निकाला गया है। मेयर इंद्रजीत कौर पहली बार मेयर बनी है जिस कारण उन्हें सत्ता का नशा हो रखा है। बरसात शुरू हो चुकी है लेकिन सीवरेज सिस्टम बिगड़ चुका है। आज भाजपा के पार्षदों के साथ गलत व्यवहार किया गया है। पुलिस कर्मचारियों को मेयर ने दफ्तर में बुलाकर पार्षदों को बाहर निकलवा दिया। प्रिंसिपल इंद्रजीत भूल गई ये स्कूल या कक्षा नहीं है जो बाजू पकड़ बाहर निकाल देंगी पार्षद पल्लवी विनायक ने कहा आज बहुत आस लेकर मेयर इंद्रजीत कौर के पास अपनी समस्याएं लेकर आए थे। लेकिन हमारे दो पार्षदों की बाजू पकड़ कर उन्हें दफ्तर से बाहर निकाला गया। प्रिंसिपल इंद्रजीत कौर को समझना चाहिए कि ये उनका स्कूल नहीं है। जैसे बच्चों को कक्षा से बाहर निकाला जाता है वैसे ही आज पार्षदों को दफ्तर से बाहर निकाला गया। यदि मेयर इंद्रजीत को अपनी इज्जत प्यारी है तो हमारी भी इज्जत है। हमें लोगों ने चुना है हम लोगों की आवाज दबने नहीं देंगे। मुझे काम करवाने आते है हम संघर्ष करेंगे।