पंजाब सरकार की लैंड पूलिंग पॉलिसी के विरोध में बीजेपी 17 अगस्त से 5 सितंबर तक “जमीन बचाओ, किसान बचाओ” नाम से यात्रा निकालेगी। यह यात्रा पटियाला से शुरू होकर पठानकोट में संपन्न होगी। यात्रा उन इलाकों से होकर गुजरेगी जहां पंजाब सरकार ने लैंड पूलिंग से संबंधित नोटिफिकेशन जारी किए हैं। बीजेपी नेता केवल सिंह ढिल्लों ने कहा कि पार्टी पूरी तरह किसानों के साथ खड़ी है और इस यात्रा का उद्देश्य किसानों की जमीन और अधिकारों की रक्षा करना है। पॉलिसी के बहाने जमीन हड़पने की कोशिश केवल सिंह ढिल्लों ने कहा कि पंजाब सरकार की लैंड पूलिंग पॉलिसी के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी, जिसमें हम शामिल हुए। हमने वादा किया कि हम चट्टान की तरह किसानों के साथ खड़े हैं। यह नीति पंजाब को बर्बाद करने वाली है। पंजाब के लोगों की रोजी-रोटी खेतों से जुड़ी है। अगर किसानों की जमीन ही नहीं रहेगी, तो हम कंगाल हो जाएंगे। सरकार ने लैंड पूलिंग के तहत 6563 एकड़ जमीन अधिग्रहित करने का फैसला लिया है। यह जमीन हड़पने की कोशिश है, जिसे बिल्डरों को दिया जाना है। इसका मकसद आने वाले चुनावों के लिए फंड जुटाना है। 25 साल में दस हजार एकड़ विकसित नहीं हुई ढिल्लों ने बताया कि पिछले 25 वर्षों में PUDA ने 10,967 एकड़ जमीन अधिग्रहित की थी, लेकिन उसमें से केवल 8000 एकड़ ही विकसित की जा सकी। अभी भी 2967 एकड़ जमीन बची हुई है। जब PUDA 25 साल में 10 हजार एकड़ विकसित नहीं कर सका, तो अब 65 हजार एकड़ कैसे विकसित करेगा? यह पूरी योजना एक ‘पोंजी स्कीम’ जैसी है। अगर खेत नहीं बचेंगे, तो किसान, खेत मजदूर और व्यापारी सभी खत्म हो जाएंगे। आढ़तियों के पास जब अनाज ही नहीं आएगा, तो वे क्या करेंगे? यह योजना पंजाब को तबाही की ओर ले जा रही है। उन्होंने कहा कि यह स्कीम इन्हें लेकर ही डूबेगी। हालांकि हमें जानकारी मिली है कि सरकार इसे वापस लेने जा रही है