भास्कर न्यूज | बालोद स्वतंत्रता दिवस पर पहली बार जिले में रेस्क्यू के बाद कैद तेंदुआ को वन विभाग ने जंगल में छोड़ा। वन विभाग की एसडीओ डिम्पी बैस ने बताया कि डीएफओ अभिषेक अग्रवाल व उच्च अफसरों के निर्देश पर 15 अगस्त को रात 10.50 बजे तेंदुआ को आजाद किया गया। वन मंडल बालोद में 4 अगस्त को रेस्क्यू किए गए तेंदुए को दोबारा उसके नैसर्गिक स्थान पर छोड़ दिया गया। वन विभाग डीएफओ, एसडीओ की टीम, गुरूर रेंजर एवं टीम, सीनियर पशु चिकित्सक, गुरूर, रायपुर से आए जंगल सफारी के पशु चिकित्सक एवं टीम, पर्यावरण प्रेमी एवं स्थानीय सरपंच की उपस्थिति में तेंदुआ को वापस उसके नैसर्गिक रहवास में छोड़कर आजाद किया गया। कंकालिन गांव में 4 अगस्त को मुर्गी खाने छप्पर तोड़कर घुस गया था। इस दौरान रस्सी में पैर फंस गया था। वहां से जंगल सफारी ले गए थे। जहां सीनियर पशु चिकित्सकों की देखरेख में इलाज हुआ। पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद छोड़ा गया।