राजस्थान वन विभाग एवं फ्रांस सरकार (ए.एफ.डी.) के सहयोग से संचालित राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता विकास परियोजना (आर.एफ.बी.डी.पी.) के अंतर्गत भीलवाड़ा जिले में वन विभाग के सहयोग से एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में 60 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिनमें क्षेत्रीय वन कर्मी, रेंजर, फॉरेस्टर, फॉरेस्ट गार्ड एवं ग्राम वन सुरक्षा एवं प्रबंध समिति के सदस्य शामिल थे। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य इन समितियों के माध्यम से वनों के संरक्षण एवं विकास, ग्राम स्तरीय माइक्रो प्लानिंग एवं स्वयं सहायता समूहों (एस.एच.जी.) के माध्यम से आजीविका संवर्धन गतिविधियों के विकास पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करना था। प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन गौरव गर्ग, उपवन संरक्षक भीलवाड़ा के मार्गदर्शन में किया गया। आर.एफ.बी.डी.पी. परियोजना के विषय विशेषज्ञ धर्मेन्द्र गौतम एवं हेमंत दीक्षित ने प्रशिक्षण सत्रों का संचालन किया। जय राज देराश्री, प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रशांत भट्ट रेंज अफसर भीलवाड़ा द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम को आयोजित करने एवं प्रबंधन में आवश्यक सहयोग दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को आर.एफ.बी.डी.पी. परियोजना के अंतर्गत ग्राम स्तर पर गठित की गई ग्राम वन सुरक्षा एवं प्रबंध समिति की वन प्रबंधन में भूमिका तथा सूक्ष्म ग्राम नियोजन निर्माण की प्रक्रिया एवं स्वयं सहायता समूह गठन, प्रबंधन तथा समूहों के माध्यम से परियोजना के अंतर्गत आजीविका संवर्धन की जानकारी दी गई।