चीन की राजधानी बीजिंग में भारी बारिश और बाढ़ से 44 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि नौ लोग अभी भी लापता हैं। बीजिंग के एक अधिकारी ने बताया कि मरने वालों में से 31 एक वृद्धाश्रम में रहते थे। लापता लोगों में चार रेस्क्यू के काम में जुटे हुए थे। इस बाढ़ ने बीजिंग में 3 लाख से अधिक लोगों को प्रभावित किया है और लगभग 24,000 घरों को नुकसान पहुंचा है। बीजिंग उत्तर चीन का हिस्सा है। यहां आमतौर पर बारिश कम कम होती है, लेकिन जुलाई-अगस्त में जब ईस्ट एशियन मानसून एक्टिव होता है, तब यहां अचानक भारी बारिश होती है। बीजिंग के आसपास की जमीन पथरीली और ऊंची-नीची है। पानी तेजी से नीचे बहता है, जिससे फ्लैश फ्लड यानी अचानक बाढ़ की स्थिति बनती है। मिट्टी की नमी कम होने से बारिश सीधे सतह पर बहती है, जिससे नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ जाता है। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… भारत के रूस से तेल खरीदने पर अमेरिका नाराज, कहा- विदेश नीति में दो देश हर मुद्दे पर एकमत नहीं हो सकते अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने गुरुवार को कहा कि भारत का रूस से तेल खरीदना नई दिल्ली और वॉशिंगटन के रिश्तों में “निश्चित तौर पर एक परेशानी की वजह” है। रुबियो का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के उस फैसले के एक दिन बाद दिया, जिसमें ट्रम्प ने भारत पर 25% टैरिफ और रूसी हथियार और ऑयल खरीदने के लिए जुर्माना लगाने की घोषणा की थी। रुबियो ने कहा कि भारत रूस से तेल खरीद रहा है, जिससे उसे यूक्रेन के खिलाफ युद्ध जारी रखने में मदद मिल रही है। रुबियो ने कहा- ग्लोबल व्यापार में भारत हमारा सहयोगी और रणनीतिक साझेदार है, लेकिन विदेश नीति में कोई भी देश हर मुद्दे पर पूरी तरह से एकमत नहीं हो सकता। अमेरिकी विदेश मंत्री ने आगे कहा- भारत को अपनी अर्थव्यवस्था चलाने के लिए तेल, कोयला और गैस जैसे संसाधनों की जरूरत है, जैसा कि हर देश को होता है। रूस से तेल इसलिए खरीदा जाता है क्योंकि प्रतिबंधों की वजह से यह सस्ता है। उन्होंने आगे कहा कि यह हमारे भारत के साथ रिश्तों में निश्चित रूप से एक परेशानी का मुद्दा है, लेकिन यह एकमात्र मुद्दा नहीं है। रुबियो ने यह भी कहा कि भारत के साथ कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग है। आयरलैंड में भारतीय मूल के लोगों पर नस्लीय हमला, भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी की आयरलैंड में भारतीय मूल के लोगों पर बढ़ते हमलों के बीच, डबलिन में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को एक जरूरी सुरक्षा एडवाइजरी जारी की। दूतावास ने आयरलैंड में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों से सुनसान इलाकों में जाने से बचने और खास सावधानी बरतने की अपील की है। यह एडवाइजरी हाल ही में भारतीय मूल के लोगों पर हुए हमलों के बाद जारी की गई है। पिछले रविवार को डबलिन में 32 साल के एक भारतीय मूल के व्यक्ति पर छह लोगों ने हमला कर दिया था, जिससे उसकी गाल की हड्डी टूट गई। इसके अलावा डबलिन के तल्लाघट में भी एक 40 साल के भारतीय व्यक्ति पर हमला कर उसे पीटा गया और कपड़े उतार दिए। भारतीय दूतावास ने अपने बयान में कहा, “हाल ही में आयरलैंड में भारतीय नागरिकों पर शारीरिक हमलों की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। दूतावास इस मामले में आयरलैंड के संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है।” दूतावास ने भारतीय नागरिकों से अपनी निजी सुरक्षा के लिए उचित सावधानी बरतने और खासकर देर रात सुनसान इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी है। दूतावास ने इमरजेंसी स्थिति के लिए एक नंबर भी जारी किया है। भारतीय नागरिक 08994 23734 पर फोन करके या cons.dublin@mea.gov.in पर ईमेल के जरिए मदद मांग सकते हैं। कनाडा ने मुंबई में कॉन्सुल जनरल नियुक्त किया, विवाद के बाद कनाडा की भारत में पहली राजनयिक नियुक्ति कनाडा ने मुंबई में जेफ डेविड को नया कॉन्सुल जनरल नियुक्त किया है। यह घोषणा कनाडा की विदेश मंत्री अनिता आनंद ने की। पिछले साल भारत ने कनाडा के 40 डिप्लोमैट्स को निष्कासित कर दिया था, जिसके बाद से भारत में कनाडा की यह पहली राजनयिक नियुक्ति है। भारत और कनाडा के बीच विवाद तब शुरू हुआ था, जब पूर्व कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि भारत सरकार ने कनाडा में एक खालिस्तानी आतंकी की हत्या करवाई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों देश जल्द ही अपने हाई कमिश्नर की नियुक्ति भी कर सकते हैं। इस साल की शुरुआत में दोनों देशों के बीच इस पर सहमति बनी थी। पीएम नरेंद्र मोदी और कनाडाई पीएम मार्क कार्नी ने इस साल G7 सम्मेलन के दौरान दोनों देशों के लोगों के बीच मजबूत रिश्तों और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक सकारात्मक साझेदारी पर जोर दिया था। व्हाइट हाउस ने ट्रम्प के लिए मांगा नोबेल शांति पुरस्कार, 6 जंग को रोकने का दावा किया पाकिस्तान और इजराइल के बाद अब अमेरिका के व्हाइट हाउस ने भी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग की है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलाइन लेविट ने कहा कि ट्रम्प ने 6 वैश्विक संघर्षों को खत्म किया है, इसलिए उन्हें नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। लेविट ने दावा किया कि ट्रम्प ने अपने 6 महीने के कार्यकाल में हर महीने एक शांति समझौता किया, जिसमें इजराइल-ईरान, भारत-पाकिस्तान, थाईलैंड-कंबोडिया, रवांडा-डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, सर्बिया-कोसावो और मिस्र-इथियोपिया के बीच संघर्ष शामिल हैं। ट्रम्प ने मई में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम का दावा किया था, जब भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ढांचे के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। हालांकि, भारत ने ट्रम्प के इस दावे को खारिज कर दिया। ट्रम्प ने पिछले महीने भी कहा था कि उन्होंने कई संघर्षों को सुलझाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार के हकदार हैं। म्यांमार में 4 साल बाद इमरजेंसी खत्म, सैन्य सरकार ने दिसंबर में चुनाव कराने की घोषणा की म्यांमार की सैन्य सरकार ने गुरुवार को 4 सालों के बाद इमरजेंसी शासन समाप्त कर दिया है और दिसंबर 2025 में चुनावों की घोषणा की है। यह घोषणा सैन्य शासक सीनियर जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने की है। ह्लाइंग ने जुंटा शासन की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि वह लोकतंत्र चाहते हैं। लेकिन देश में चल रही हिंसा और विरोध के कारण लोग चुनाव की निष्पक्षता पर शक कर रहे हैं। ह्लाइंग ने प्रधानमंत्री और स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन काउंसिल का पद छोड़ दिया है, लेकिन वह नए सिस्टम के तहत कार्यवाहक राष्ट्रपति बन गए हैं। जिससे उनकी शक्ति और बढ़ गई है। सारी सरकारी जिम्मेदारियां अब सैन्य नियंत्रित नेशनल डिफेंस एंड सिक्योरिटी काउंसिल के पास हैं। इस काउंसिल ने स्टेट सिक्योरिटी एंड पीस कमीशन बनाया है, जिसका नेतृत्व भी मिन आंग ह्लाइंग कर रहे हैं। सेना का कहना है कि आपातकाल खत्म करना चुनाव कराने के लिए जरूरी था, लेकिन पहले भी कई बार चुनाव टाले जा चुके हैं। हालांकि, विपक्षी समूह नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट और सशस्त्र जातीय गुट, इस चुनाव को निष्पक्ष नहीं मानते। उनका कहना है कि जब नेता जेल में हैं और प्रेस आजाद नहीं, तब निष्पक्ष वोटिंग नहीं हो सकती। उन्होंने चुनाव रोकने और अपनी मांगों के लिए लड़ने का ऐलान किया है। म्यांमार में अशांति और सैन्य शासन पर सवाल बने हुए हैं। म्यांमार में 2021 के तख्तापलट के बाद से गृहयुद्ध जारी है। मानवाधिकार समूहों का कहना है कि अब तक 7 हजार से ज्यादा लोग मारे गए और 29 हजार से अधिक को गिरफ्तार किया गया। चीन ने वर्ल्ड एआई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन बनाया, अमेरिका को चुनौती चीन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में अमेरिका को चुनौती देने के लिए नया ग्लोबल ऑर्गेनाइजेशन बनाया है। इसका नाम वर्ल्ड एआई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन है। ऑर्गेनाइजेशन का मकसद 4.8 ट्रिलियन डॉलर यानी करीब 420 लाख करोड़ रुपए वाले टेक बाजार में AI के सुरक्षित इस्तेमाल को बढ़ावा देना है शंघाई में हुई वर्ल्ड AI कॉन्फ्रेंस के दौरान चीन के प्रधानमंत्री ली क्यांग ने AI पर एकाधिकार की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि AI के नियम तय करने का अधिकार कुछ देशों तक सीमित नहीं होना चाहिए। कमला हैरिस ने राजनीति छोड़ने का ऐलान किया:कहा- देश का पॉलिटिकल सिस्टम टूट गया पूर्व अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने राजनीति छोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने ‘द लेट शो विद स्टीफन कोलबर्ट’ में इंटरव्यू में कहा कि वह अब किसी भी राजनीतिक पद के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगी, जिसमें कैलिफोर्निया के गवर्नर का पद भी शामिल है। हैरिस ने कहा- अमेरिका का पॉलिटिकल सिस्टम “टूट चुका है” और मैं लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने लिए मजबूत नहीं हूं। कैलिफोर्निया की गवर्नर रह चुकी हैरिस ने कहा कि उन्होंने अपने पूरे करियर में जनता की सेवा की है। उन्होंने कहा- मैंने गवर्नर बनने के बारे में बहुत सोचा। मुझे अपने राज्य कैलिफोर्निया से प्यार है, लेकिन अब मुझे लगता है कि मेरी सिस्टम में बदलाव लाने की क्षमता घट गई है। यहां पढ़ें पूरी खबर… भारत बोला-रूसी ऑयल खरीदना बंद करने में अमेरिकी दबाव नहीं, भारत बाजार के हिसाब से फैसले लेता है भारतीय विदेश मंत्रालय ने उन खबरों को खारिज किया है, जिनमें दावा किया गया था कि भारत ने अमेरिकी दबाव में रूस से ऑयल खरीदना बंद कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा- बाजार में जो चीज मौजूद हैं और दुनिया में जो हालात हैं, भारत उसी हिसाब से फैसले लेता है। दरअसल कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने हाल ही में दावा किया था कि भारत की सरकारी ऑयल रिफाइनरियों ने पिछले हफ्ते रूसी तेल खरीदना बंद कर दिया है, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत को मॉस्को से तेल नहीं खरीदने की चेतावनी दी है। यहां पढ़ें पूरी खबर… पाकिस्तान पर मेहरबान ट्रम्प, सिर्फ 19% टैरिफ लगाया:एक दिन पहले ऑयल डील का ऐलान किया अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने पाकिस्तान पर 19% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। साउथ एशिया के किसी भी देश पर यह सबसे कम अमेरिकी टैरिफ होगा। इससे पहले ट्रम्प ने अप्रैल में भारत पर 26% और पाकिस्तान पर 29% टैरिफ लगाने की बात कही थी। नए आदेश में ट्रम्प ने भारत को सिर्फ 1% और पाकिस्तान को 10% की रियायत दी है। ट्रम्प ने पाकिस्तान को 2 दिन में 2 राहत दी है। कल ही ट्रम्प ने पाकिस्तान के साथ ऑयल और ट्रेड डील का ऐलान किया था। इसमें अमेरिका, पाकिस्तान में तेल की खोज, प्रोसेसिंग और स्टोरेज बनाने में मदद करेगा। यहां पढ़ें पूरी खबर… भारत पर ट्रम्प का 25% टैरिफ 7 दिन टला:90 देशों को भी राहत, लेकिन कनाडा पर आज से 35% टैरिफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत पर 25% टैरिफ को 7 दिन के लिए टाल दिया है। ये आज से लागू होना था, जो अब 7 अगस्त से लागू होगा। ट्रम्प ने 92 देशों पर नए टैरिफ की लिस्ट जारी की है। इसमें भारत पर 25% और पाकिस्तान पर 19% टैरिफ लगाया गया है। हालांकि, कनाडा पर आज से ही 35% टैरिफ लागू हो गया है। साउथ एशिया में सबसे कम टैरिफ पाकिस्तान पर लगा है। अमेरिका ने पहले पाकिस्तान पर 29% टैरिफ लगा रखा था। वहीं दुनियाभर में सबसे ज्यादा 41% टैरिफ सीरिया पर लगाया गया है। इस लिस्ट में चीन का नाम शामिल नहीं है। यहां पढ़ें पूरी खबर… न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी में भारी बारिश से बाढ़, इमरजेंसी लागू:एक घंटे में 3 इंच बारिश, सड़कें-मेट्रो स्टेशनों में पानी भरा अमेरिका के पूर्वी तट पर गुरुवार को तेज तूफान और भारी बारिश से बाढ़ आ गई। जिसके बाद न्यूयॉर्क शहर और न्यू जर्सी में इमरजेंसी घोषित कर दी गई। तूफान का असर न्यूयॉर्क से वॉशिंगटन डीसी तक दिखा। मौसम विभाग के अनुसार, कुछ इलाकों में एक घंटे में 3 इंच (7.6 सेमी) तक बारिश हुई, जिससे नाले और नदियां उफान पर आ गईं। न्यूयॉर्क में मेट्रो स्टेशनों में पानी भर गया। स्टेशन में दीवारों से पानी रिसता दिखा। भारी बारिश के कारण पटरियां पानी में डूब गईं जिससे कई ट्रेनें और यात्री फंस गए। रेस्क्यू टीम ने यात्रियों को बचाया। सड़कों पर पानी भरने से कई गाड़ियां डूब गईं, और एक्सप्रेसवे बंद करना पड़ा। वहीं न्यू जर्सी में 14 हजार से ज्यादा लोग 24 घंटे बिना बिजली के रहे। यहां पढ़ें पूरी खबर…