वर्ल्ड अपडेट्स:ट्रम्प ने कंबोडिया-थाईलैंड को लड़ाई न रोकने पर ट्रेड रोकने की धमकी दी, भारत ने भी शांति की अपील की

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान के बीच जंग रुकवाने का हवाला देते हुए थाईलैंड और कंबोडिया को संघर्ष न रोकने की स्थिति में व्यापार समझौता रोकने की धमकी दी है। वहीं, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बॉर्डर पर जारी सैन्य संघर्ष को लेकर भारत ने शनिवार को कहा कि वह हालात पर करीब से नजर रख रहा है और दोनों देशों से हिंसा रोकने की अपील करता है। गुरुवार को शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 1.5 लाख लोगों को घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हम कंबोडिया और थाईलैंड की सीमा पर स्थिति को करीब से देख रहे हैं। भारत के दोनों देशों से अच्छे संबंध हैं। हम उम्मीद करते हैं कि दोनों पक्ष हिंसा को रोकने और तनाव को बढ़ने से बचाने के लिए कदम उठाएंगे।” भारत ने दोनों देशों में मौजूद भारतीय यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों से कहा कि वे किसी भी मदद के लिए थाईलैंड और कंबोडिया में भारतीय दूतावासों से संपर्क करें। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…. PAK डिप्टी पीएम ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर के लिए अमेरिका को शुक्रिया कहा पाकिस्तान के विदेश मंत्री और डिप्टी पीएम मोहम्मद इशाक डार ने शुक्रवार अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ बैठक में भारत-पाकिस्तान सीजफायर के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को शुक्रिया कहा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम अमेरिका के साथ ट्रेड डील को अंतिम रूप देने के बहुत करीब हैं। वाशिंगटन में अटलांटिक काउंसिल थिंक टैंक में बोलते हुए डार ने कहा- हमारी टीमें राजधानी वॉशिंगटन में चर्चा कर रही हैं और वर्चुअल बैठकें हो रही हैं। उन्होंने दावा किया कि यह समझौता महीनों या हफ्तों नहीं, बल्कि कुछ दिनों में हो सकता है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने एक कमेटी को इसे आखिरी रूप देने का जिम्मा सौंपा है। दोनों देशों ने बयानों में कहा कि बैठक में व्यापार, महत्वपूर्ण खनिजों, और खनन क्षेत्र में संबंधों को बढ़ाने पर जोर दिया गया। हालांकि रुबियो के X पोस्ट और अमेरिकी विदेश विभाग के बयान में समझौते की समयसीमा का जिक्र नहीं था। इटली की PM ने फिलिस्तीन को मान्यता देने का विरोध किया, कहा- पहले देश बने, फिर मान्यता इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मिलोनी ने शनिवार को यूरोप में फिलिस्तीन को देश के तौर पर मान्यता देने की बढ़ती मांग का विरोध किया और इसे “उल्टा पड़ने वाला” कदम बताया। इटली के अखबार ला रिपब्लिका से बात करते हुए मिलोनी ने कहा-“मैं फिलिस्तीन देश के पक्ष में हूं, लेकिन इसे बनाने से पहले मान्यता देने के खिलाफ हूं। अगर कागज पर किसी ऐसी चीज को मान्यता दे दी जाए जो वास्तव में मौजूद नहीं है, तो समस्या हल होने का भ्रम हो सकता है, जबकि हकीकत में ऐसा नहीं होगा।” मिलोनी की यह बयान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की उस घोषणा के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि फ्रांस सितंबर में UN महासभा में फिलिस्तीन को राज्य के रूप में मान्यता देगा। इजराइल और अमेरिका ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है। इटली के अलावा, जर्मनी भी जल्द ही फिलिस्तीन को राज्य के तौर पर मान्यता देने के पक्ष में है। जर्मनी का कहना है कि उसका ध्यान अभी टू स्टेट सॉल्यूशन की तरफ है। लंदन में भारतीय मूल के उद्यमी ने पीएम मोदी और स्टार्मर को चाय सर्व की लंदन में रहने वाले भारतीय मूल के अखिल पटेल, एक चाय कंपनी चलाते हैं, उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर को अपनी मसाला चाय सर्व की। अखिल ने इंस्टाग्राम पर लिखा- मैं यूके के प्रधानमंत्री के घर में था, चाय परोस रहा था, और किसी ने कॉफी नहीं मांगी। एक चायवाले से दूसरे चायवाले तक, यह दिन बहुत खास था। अखिल ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की और पहले डेटा एनालिस्ट का काम किया। 2019 में अपनी दादी की चाय के प्रति प्रेरणा से उन्होंने अमाला चाय कंपनी शुरू की। उनकी कंपनी असम और केरल के छोटे खेतों से चाय खरीदती है। पीएम नरेंद्र मोदी ने 23-24 जुलाई को यूके का दौरा किया। वहां उन्होंने यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुलाकात की। बकिंघमशायर में स्टार्मर के आधिकारिक आवास चेकर्स में दोनों नेताओं ने व्यक्तिगत और प्रतिनिधिमंडल स्तर पर बातचीत की। अमेरिका के लॉस एंजिलिस में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में धमाका, 3 अधिकारियों की मौत अमेरिका में लॉस एंजिलिस काउंटी के ट्रेनिंग सेंटर में 18 जुलाई को हुए धमाके में 3 वरिष्ठ पुलिसकर्मी मारे गए। ये सभी आगजनी और विस्फोटक टीम में थे। शेरिफ रॉबर्ट लूना के मुताबिक, अधिकारी दो ग्रेनेड पर काम कर रहे थे। एक ग्रेनेड फट गया, जबकि दूसरा अब भी गायब है। लॉस एंजिलिस शेरिफ विभाग और अमेरिकी फायर आर्म्स ब्यूरो मामले की जांच कर रहे हैं। विस्फोट स्थल, दफ्तरों, जिम और सुरक्षा वाहनों की तलाशी ली गई लेकिन दूसरा ग्रेनेड नहीं मिला। आम नागरिकों को इस इलाके तक कोई पहुंच नहीं थी। तीनों मृतक अफसर अनुभवी थे और सुरक्षा बलों की खास यूनिट में थे। गायब ग्रेनेड का ना मिलना एक बड़ा खतरा भी बन सकता है। ईरान से अब तक 7.5 लाख अफगानी वापस लौटे; तालिबान सरकार मुफ्त बस मुहैया करा रही ईरान से निकाले गए हजारों अफगान प्रवासी अफगानिस्तान लौट रहे हैं। ईरान-अफगानिस्तान के इस्लाम कला बॉर्डर से बीते एक महीने में करीब 7.5 लाख अफगान नागरिक लौट चुके हैं। अफगान सरकार और स्थानीय संस्थाओं ने इन लोगों को मुफ्त ट्रांजिट बस सेवा दी है। इससे वे सीधे अपने प्रांतों तक जा रहे हैं।
कई प्रवासियों ने ईरान की पुलिस और ड्राइवरों पर उनके पैसे और सामान छीनने का आरोप लगाया। कुछ को उनके मकान मालिकों ने कॉन्ट्रैक्ट फाड़कर जबरन निकाल दिया और पुलिस ने उनका साथ दिया। शोएब नाम के युवक ने बताया कि “मुझे रियल एस्टेट ऑफिस ले जाकर मेरा रेंट एग्रीमेंट फाड़ दिया गया। पुलिस बोली- तुम गुनहगार हो, क्योंकि तुमने इस देश के साथ धोखा किया है।” कई अफगानों ने ईरान के साथ बातचीत की मांग की है ताकि वापसी के किराए में कटौती हो और उनकी संपत्तियां वापस मिलें।

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