रूस और यूक्रेन ने शनिवार रात एक-दूसरे पर ड्रोन हमले किए। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई। यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि रूस ने 200 से अधिक ड्रोन और 30 मिसाइलों से हमला किया। जिनमें से ज्यादातर हमले ड्नीप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र में हुए, जहां तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, रूस में यूक्रेन के ड्रोन हमले के बाद एक कार में आग लगने से दो लोगों की मौत हुई। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन के पूर्व में दो गांवों पर कब्जा कर लिया है। दूसरी ओर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि सेना सुमी क्षेत्र से रूसी सेना को धीरे-धीरे बाहर खदेड़ रही हैं। जेलेंस्की ने बताया कि सूमी में किंद्रातिव्का गांव को रूसी कब्जे से मुक्त करा लिया गया। जेलेंस्की ने कहा कि रूसी हमलों ने खार्किव और सुमी को भी निशाना बनाया गया था, जिसका जवाब देना जरूरी है। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी अन्य बड़ी खबरें… थाईलैंड-कंबोडिया में चौथे दिन भी लड़ाई जारी; अब तक 33 की मौत, 2 लाख विस्थापित थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद को लेकर रविवार को चौथे दिन भी लड़ाई जारी है। इस खूनी संघर्ष में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है और 2 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया था कि उनकी पहल पर दोनों देश युद्धविराम की बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं, लेकिन रविवार सुबह प्राचीन मंदिरों के पास फिर से गोलीबारी शुरू हो गई। कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता माली सोचेआता ने बताया कि थाई सेना ने सुबह 4:50 बजे मंदिरों के आसपास हमला शुरू किया। वहीं, थाई सेना के उप प्रवक्ता रिचा सुकसुवानोन ने कहा कि कंबोडिया ने सुबह 4:00 बजे गोलीबारी शुरू की। कंबोडिया के प्रधानमंत्री हन मानेट ने रविवार को कहा कि उनका देश “तत्काल और बिना शर्त युद्धविराम” के प्रस्ताव से सहमत है। उन्होंने अपने विदेश मंत्री प्राक सोकहोन को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात करने का आदेश दिया, लेकिन चेतावनी दी कि बैंकॉक कोई समझौता तोड़ने की कोशिश न करे। वहीं, थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फमथम वेचायाचाई ने ट्रम्प की बात के बाद कहा कि वे युद्धविराम और जल्द बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन चेतावनी दी कि कंबोडिया को शांति के लिए “ईमानदार इरादा” दिखाना होगा। अमेरिका के वॉलमार्ट स्टोर में चाकूबाजी, 11 घायल, संदिग्ध हिरासत में अमेरिका के उत्तरी मिशिगन में शनिवार को ट्रैवर्स सिटी में एक वॉलमार्ट स्टोर में चाकूबाजी की घटना में 11 लोग घायल हो गए। मिशिगन स्टेट पुलिस ने बताया कि संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है और मामले की जांच जारी है। मिशिगन स्टेट पुलिस के सिक्स्थ डिस्ट्रिक्ट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा- संदिग्ध हिरासत में है, लेकिन अभी जानकारी सीमित है। पुलिस ने लोगों से जांच पूरी होने तक घटनास्थल के आसपास न आने की अपील की है। मुनसन मेडिकल सेंटर में सभी 11 घायलों का इलाज चल रहा है। वॉलमार्ट के प्रवक्ता जो पेनिंगटन ने कहा कि कंपनी पुलिस के साथ पूरी तरह सहयोग कर रही है। उन्होंने एक ईमेल में कहा कि हम पुलिस के साथ काम कर रहे हैं और अभी सभी सवालों के लिए उनसे ही संपर्क करें। निसार सैटेलाइट 30 जुलाई को लॉन्च होगा, इसरो और नासा की साझेदारी से बना इसरो और नासा की साझेदारी में बने निसार सैटेलाइट की बुधवार 30 जुलाई की शाम 5:40 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्चिंग की जाएगी। 2392 किग्रा. वजनी इस सैटेलाइट को भारतीय रॉकेट GSTV-F 16 से लॉन्च किया जाएगा। इसे 734 किलोमीटर की सन-सिंक्रोनस ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा, जिससे यह रोज एक ही लोकल समय पर एक ही क्षेत्र से गुजर सकेगा। यह मिशन इसरो और नासा के बीच एक दशक से चल रही साझेदारी का बड़ा पड़ाव है। इसरो नासा की साझेदारी के चलते इसे निसार (नासा-इसरो सिंथेटिक अपार्चर राडार) नाम दिया गया है। यह दुनिया का सबसे महंगा अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट है। इसकी लागत 12,900 करोड़ रु. (1.5 अरब डॉलर) है, जिसमें इसरो का हिस्सेदारी 469.4 करोड़ रु. है। यह हर 12 दिन में पूरे ग्लोब का मैप तैयार करेगा और सभी मौसमी स्थितियों में हाई-रिजॉल्यूशन डेटा उपलब्ध कराएगा। इजराइल ने लेबनान में सीनियर हिजबुल्ला कमांडर को मार गिराने का दावा किया इजराइली सेना (IDF) ने शनिवार को बताया कि उसने हिजबुल्ला के सीनियर कमांडर अली अब्द अल-कादिर इस्माइल को मार गिराया है। वह लेबनान के बिंत जाबील सेक्टर में आतंकी संगठन को दोबारा सक्रिय करने की कोशिश कर रहा था। सेना ने कहा कि वह इजराइल पर किसी भी खतरे को खत्म करने के लिए अभियान जारी रखेगी। इटली की PM ने फिलिस्तीन को मान्यता देने का विरोध किया, कहा- पहले देश बने, फिर मान्यता इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मिलोनी ने शनिवार को यूरोप में फिलिस्तीन को देश के तौर पर मान्यता देने की बढ़ती मांग का विरोध किया और इसे “उल्टा पड़ने वाला” कदम बताया। इटली के अखबार ला रिपब्लिका से बात करते हुए मिलोनी ने कहा-“मैं फिलिस्तीन देश के पक्ष में हूं, लेकिन इसे बनाने से पहले मान्यता देने के खिलाफ हूं। अगर कागज पर किसी ऐसी चीज को मान्यता दे दी जाए जो वास्तव में मौजूद नहीं है, तो समस्या हल होने का भ्रम हो सकता है, जबकि हकीकत में ऐसा नहीं होगा।” मिलोनी की यह बयान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की उस घोषणा के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि फ्रांस सितंबर में UN महासभा में फिलिस्तीन को राज्य के रूप में मान्यता देगा। इजराइल और अमेरिका ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है। इटली के अलावा, जर्मनी भी जल्द ही फिलिस्तीन को राज्य के तौर पर मान्यता देने के पक्ष में है। जर्मनी का कहना है कि उसका ध्यान अभी टू स्टेट सॉल्यूशन की तरफ है।