भास्कर न्यूज | अमृतसर वार्ड-65 में 6 महीने से स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। शिकायतों के बावजूद समाधान नहीं हुआ। इसी को लेकर 3 जुलाई को पार्षद पति पवन चौधरी और एक्सईएन स्वराज-इंदर के बीच बहस हो गई। पवन का आरोप है कि एक्सईएन ने उन्हें दफ्तर से पिअन और ड्राइवर से धक्के मारकर बाहर निकलवाया और अभद्रता भी की। इसके बाद शुक्रवार सुबह पौने 9 बजे कांग्रेसी पार्षद नीरज चौधरी अपने समर्थकों के साथ निगम स्थित एक्सईएन के दफ्तर पहुंचे। वहां हंगामा किया। मुर्दाबाद के नारे लगाए। एक्सईएन नहीं मिले तो उनकी कुर्सी को फूल-माला पहनाकर अगरबत्ती जलाई। फिर एडिश्नल कमिश्नर से मिलकर लिखित शिकायत दी। पवन चौधरी ने बताया कि पहले एक्सईएन एसपी सिंह थे। उन्होंने लाइटें ठीक कराने का भरोसा दिया था। एसडीओ और पेट्रोलर के साथ मीटिंग भी की थी। बाद में उन्हें ऑटो वर्कशॉप का चार्ज दे दिया गया। उनकी जगह स्व-राजइंदर आए। पवन ने उन्हें फोन किया। 3 जुलाई को सुबह 10 बजे मिलने बुलाया। पवन पौने 9 बजे ही पहुंच गए। शिकायत करने पर एक्सईएन ने कहा कि कोई ठेका नहीं लिखा गया। पवन ने जवाब दिया कि जब इस सीट पर हैं तो ठेका लिखा गया है। इस पर एक्सईएन ने पिअन को बुलाकर बाहर निकालने को कहा। पवन ने कहा कि इस तरह की अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समुदरा कंपनी के इंचार्ज मनिंदर सिंह ने बताया कि 5 हलका में 24 की तैनाती है। करीब 66993 स्ट्रीट लाइटों का रखरखाव कंपनी देख रही है। 85 वार्डों में बंदे पूरे हैं। नॉर्थ में 4, वेस्ट में 5, ईस्ट में 6, सेंट्रल में 4 और साउथ में 4 मुलाजिम हैं। वेस्ट में एक बंदा काम छोड़ गया है। जल्द ही हायरिंग हो जाएगी। 5 जोन में 5 सुपरवाइजर हैं। उसके साथ 2 मुलाजिम हैं। पेनाल्टी का नियम बनाया गया है। पूरा पैनल बंद हो गया और 24 घंटे में ठीक नहीं कर पाए तो 5 सौ रुपए पेनल्टी है। एक पैनल में करीब 52 से 60 लाइटें आती है। पवन चौधरी का कई बार कॉल आया तो ठीक कराया है। 10 दिन पहले ही लाइटें ठीक करके अफसरों को रिपोर्ट भी भेजा है। ^पार्षद और उनके समर्थकों ने एक्सईएन के खिलाफ लिखित में शिकायतें दी है। सारा कुछ नोटिस में लाया गया है। मामले की जांच ज्वाइंट कमिश्नर को मार्क किया है। रिपोर्ट आने के बाद दोषी पाए जाने पर बनती कार्रवाई की जाएगी। -सुरिंदर सिंह, एडिश्नल कमिश्नर निगम एडवोकेट पीसी शर्मा ने बताया कि समुदरा कंपनी के पास स्ट्रीट लाइटें ठीक करवाने को लेकर मुलाजिमों की संख्या कम है। इस पर पूरी स्टडी की है। 85 वार्डों में 13 मुलाजिम कंपनी के पास हैं। हलका नॉर्थ में 2, वेस्ट में 4, ईस्ट में 4, सेंट्रल में 1, साउथ में 2 रखे हैं। निगम को अपने मुलाजिमों की ड्यूटी लगाकर काम करवाना पड़ रहा है। स्ट्रीट लाइटें ठीक नहीं करवाने पर 48 घंटे में 100 रुपए पेनल्टी तो 24 घंटे में पूरा फेल सही नहीं करवा पाने पर 500 रुपए पेनल्टी वसूली का टेंडर में जिक्र है। लेकिन ग्राउंड लेवल पर ऐसा नहीं होता।