लोक निर्माण विभाग ने भोपाल-इंदौर एक्सप्रेस वे और भोपाल-जबलपुर एक्सप्रेस वे के निर्माण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। विभाग के विजन डॉक्यूमेंट में शामिल इन सड़कों के लिए विभाग के अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने दिए हैं। इसमें किसी तरह की दिक्कत होगी तो मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से इस पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही लखनादौन रायपुर हाईवे को जबलपुर से जोड़े जाने को लेकर भी प्रस्ताव की तैयारियों पर अधिकारियों से काम करने को कहा गया है। 31 परियोजनाओं में आ रही दिक्कतों की जानकारी ली लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह ने मंगलवार को विभाग के अफसरों और एनएचएआई के अफसरों के साथ बैठक की। इस बैठक में एनएचएआई की 31 परियोजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही दिक्कतों की जानकारी मंत्री ने ली। साथ ही कहा कि किसी तरह का इश्यू इसको लेकर हो तो बताएं ताकि केंद्र सरकार से बात की जा सके। उन्होंने लखनादौन रायपुर हाइवे को जबलपुर से जोड़ने की भी चर्चा की जिसकी अनुमति केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी है। अगले साल इस पर काम शुरू होना है। इस पर मंत्री ने अधिकारियों से चर्चा की है। इसके अलावा ग्रीन फील्ड कारिडोर और सड़कों के निर्माण के मामले में वन अनुमति और भू-अर्जन संबंधी दिक्कतों पर भी अधिकारियों से जानकारी ली गई। सरकार का कम पैसा लगे, इस पर करें फोकस बैठक में मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि सड़कों का काम तेजी से कराएं और ऐसे प्रोजेक्ट लाएं जिसमें सरकार से कम से कम बजट लेना पड़े। उन्होंने इसके लिए बीओटी और हाइब्रिड एन्यूटी माडल पर सड़कों का काम कराने पर जोर दिया। साथ ही पूछा कि सरकार के बजट के अतिरिक्त कैसे सड़कों का काम कर सकते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों के आगामी कार्ययोजना पर चर्चा के दौरान मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि प्रदेश में एनएचएआई की सभी प्रगतिरत परियोजनाओं की नियमित समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि समय-सीमा के भीतर परियोजनाओं का पूर्ण होना अत्यंत आवश्यक है ताकि जनता को सुगम और सुरक्षित परिवहन सुविधा उपलब्ध हो सके। सिंह ने कहा की निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और सड़क सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों के समयबद्ध निर्माण के लिए प्रदेश सरकार संकल्पित है।