भास्कर न्यूज | बालोद बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी का विकासखंड स्तरीय आयोजन बालोद के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय में किया गया। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद रायपुर के सहयोग से संपन्न हुआ। प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने विज्ञान से जुड़े विषयों पर आधारित मॉडल, पोस्टर, विज्ञान नाटिका एवं प्रश्न मंच में भाग लिया। विकासखंड शिक्षा अधिकारी मोहिनी यादव ने कहा कि विज्ञान की समझ तभी विकसित होती है जब उसे प्रयोग और प्रस्तुति के माध्यम से व्यावहारिक रूप से समझा जाए। यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों की वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करने का मंच बना, बल्कि स्थायी विकास, पर्यावरण संरक्षण, और स्वास्थ्य जागरूकता जैसे विषयों पर भी उनकी समझ को गहरा करने में सहायक है। बाल वैज्ञानिकों के नवाचारी विचारों और प्रस्तुतियों ने यह साबित किया कि छत्तीसगढ़ की नई पीढ़ी विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रसर है। विद्यालय के प्राचार्य अरुण कुमार साहू ने कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि इस आयोजन से विद्यार्थियों की वैज्ञानिक प्रतिभा और नवाचार क्षमता को मंच मिलता है, जो उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक है। बच्चों ने इस वर्ष प्रतियोगिताओं के लिए निर्धारित विषय सतत कृषि, अपशिष्ट प्रबंधन एवं प्लास्टिक के विकल्प, हरित ऊर्जा, उभरती प्रौद्योगिकी, मनोरंजनात्मक गणित मॉडल, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता,जल संरक्षण एवं प्रबंधन में विद्यार्थियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। हरित ऊर्जा मॉडल प्रदर्शित किया विज्ञान सेमिनार में प्लास्टिक प्रदूषण को कम करना में लीना साहू एवं जिज्ञासा देवांगन की उत्कृष्ट प्रस्तुति रही। विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी में कृतिका साहू ने स्मार्ट एग्रीकल्चर, मुस्कान साहू ने स्मार्ट प्लास्टिक सॉल्यूशन, डॉली साहू ने लाई-फाई टेक्नोलॉजी, मयंक सोनी ने स्मार्ट व्हीलचेयर, हर्ष यादव ने ईएमपी मॉडल, निखिल साहू ने डेंटल मेलोडी बॉक्स, यशदीप सिंह ने स्मार्ट टॉयलेट फ्लश, देव कुमार साहू ने वॉटर प्यूरीफायर सिस्टम,गेशु (झलमला) ने हरित ऊर्जा मॉडल का प्रदर्शन किया। विज्ञान नाटिका तुषार गांवरे, भीष्म यादव, डिमेश्वर, वेदव्यास, प्रियांशी, हासिनी, खुशबू, कुसुमलता ने प्रस्तुत किया। व्यक्तिगत प्रोजेक्ट ताम्रध्वज, टीम प्रोजेक्ट आदर्श यादव एवं तुषार, विज्ञान क्लब गतिविधियां में पामेंद्र कुमार, पेमेश्वर, डिंपल, बरखा प्रथम रहे।