जालंधर| संस्कृति केएमवी स्कूल में जंक टू जॉय इवेंट का आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य बच्चों को जंक फूड छोड़कर संतुलित और पौष्टिक आहार अपनाने की अपील थी। यह गतिविधि फूड के नकारात्मक प्रभावों को उजागर करने हेतु कक्षा नौवीं से 12वीं क्लास के छात्रों की ओर से विज्ञान विभाग के निर्देशन में संचालित करवाई गई। इसमें बताया गया कि जंक फूड को कैसे आप बदल सकते हैं। चीनी की जगह शहद या गुड़ लें। आइसक्रीम की जगह स्वादयुक्त दही का आनंद लें। तले हुए स्नैक्स के बजाय बेक्ड या कम तले हुए स्नैक्स चुनें। पनीर का विकल्प चुनें। सफेद ब्रेड की जगह मल्टीग्रेन या ब्राउन ब्रेड का सेवन करें। घर पर पकाए गए भोजन का सेवन करने के लिए प्रतिबद्ध रहें। अपने दूध/चाय में शहद मिलाएं, हरी सब्जियों का सेवन बढ़ाएं। नाश्ते में उबली हुई दालें, गेहूं के फूले, भुने हुए चने और मूंगफली खाएं ताकि बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में एक साथ इस यात्रा पर चलें। हमसे जुड़ें और केवल 15 दिनों में सकारात्मक बदलाव देखें। छात्र स्कूल में स्वस्थ भोजन लेकर आएं। स्कूल कैंटीन भी अपने सभी जंक फूड को हटाकर इस आंदोलन में शामिल हो गई और केवल स्वस्थ भोजन के विकल्प प्रदान किए। प्राचार्या रचना मोंगा ने छात्रों की पहल पर गर्व व्यक्त किया, स्वस्थ खान-पान की आदतों को बढ़ावा देने और अपने साथियों को जंक फूड के खतरों के बारे में शिक्षित करने के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए और 15 दिनों की चुनौती को पूरे दिल से स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित किया। जंक टू जॉय अभियान के जरिए संतुलित और पौष्टिक आहार का विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित करते विद्यार्थी।