भास्कर न्यूज | जालंधर स्कूलों में बच्चों को हेल्दी लाइफ स्टाइल के बारे में जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। सीबीएसई की ओर से कुछ समय पर स्कूलों में शुगर बोर्ड लगाने के लिए कहा था। वहीं अब देश में मोटापे के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीबीएसई ने सभी स्कूलों में ऑयल बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं। बच्चों और स्टाफ को तेल और चीनी के अधिक सेवन से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया जाएगा। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 (2019-21) के अनुसार, शहरी इलाकों में हर पांच में से एक वयस्क मोटापे का शिकार है। लैंसेट जीबीडी 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में भारत में 18 करोड़ मोटे वयस्क थे। 2050 तक यह संख्या बढ़कर 44.9 करोड़ हो सकती है। यह दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा होगा। सीबीएसई ने कहा कि स्कूलों में कैफेटेरिया, लॉबी, मीटिंग रूम और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर डिजिटल या स्टैटिक ऑयल बोर्ड लगाए जाएं। वहीं इन बोर्ड्स पर यह जानकारी दी जाए कि किस खाने में कितना तेल है। साथ ही, सभी सरकारी स्टेशनरी जैसे लेटरहेड, लिफाफे, नोट पैड और फोल्डर पर स्वास्थ्य संबंधी संदेश छापे जाएं। बोर्ड ने स्कूलों से कहा है कि वे बच्चों को पौष्टिक भोजन और शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रेरित करें। कैंटीन में फल, सब्जियां और कम वसा वाले विकल्प उपलब्ध कराएं। मीठे पेय और तले-भुने स्नैक्स की उपलब्धता कम करें। सीढ़ियों के उपयोग, छोटे व्यायाम ब्रेक और पैदल चलने को बढ़ावा दें।