प्रदेश सरकार के एक साल पूरे होने पर शनिवार को बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार की उपलब्धियां गिनाई। इस दौरान उन्होंने प्रदेश और जिले में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए निजी और सहकारी क्षेत्र के समन्वय की जरूरत बताई है। उन्होंने बताया कि जिले को दुग्ध उत्पादन में अग्रणी बनाने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड से समझौता किया गया है। जिसके तहत बैतूल जिले को मॉडल के तौर पर चयनित किया गया है। इससे पशु पालन को बढ़ावा मिलेगा। विधायक ने बताया कि प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि सांची उत्पाद का लाभ कोऑपरेटिव के जरिए लोगों को मिले। इसके लिए भारत सरकार के संस्थान NDVB से टाइ-अप कर गुजरात पैटर्न पर पशु पालन और दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में काम किया जाए। जिसमें किसान की लागत कम कर आय बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने गुजरात का दौरा कर के कोऑपरेटिव के बारीकियों को समझा। प्रदेश में कोऑपरेटिव आंदोलन की जरूरत विधायक ने बताया कि दूध उत्पादन में मध्य प्रदेश देश में दूसरे नंबर पर है, लेकिन पशु पालक को दूध का सही मूल्य नहीं मिलता। यह तब तक ठीक नहीं होगा जब तक निजी क्षेत्र और सहकारी सेक्टर का आपसी समन्वय नहीं हो जाता। आज गुजरात में अमूल 58 प्रतिशत दूध कलेक्ट करता है। उसकी तुलना में प्रदेश में सांची का यह अनुपात सिर्फ 5 फीसदी है। सरकार की उपलब्धियां गिनाई विधायक खंडेलवाल ने इस दौरान सरकार की कई उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि हमने चिकित्सा क्षेत्र में भी लगातार काम किया है। शपथ लेते ही हमने स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा मंत्रालय का एकीकरण किया। जिससे संसाधनों की बचत हो रही है। मध्यप्रदेश 4 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड वितरित करने वाला देश का नंबर वन राज्य बन गया है। इसके अलावा 70 साल से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को भी योजना का लाभ मिलना शुरू हो गया है।