प्रसिद्ध भारतीय इंस्टॉलेशन आर्टिस्ट विभोर सोगानी ने अपनी अनूठी कृति दीपम के जरिए एम्स्टर्डम लाइट फेस्टिवल (ALF) 2024 में भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत की। लगातार दूसरे साल इस फेस्टिवल में शामिल उनकी कलाकृति ने वैश्विक दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ‘दीपम’ दीवाली के त्योहार की भावना को प्रकट करती है। इसमें पारंपरिक हस्तकला को आधुनिक कला के सौंदर्यशास्त्र के साथ प्रस्तुत किया गया है। एम्स्टर्डम लाइट फेस्टिवल के 13वें संस्करण की थीम “रिचुअल्स” (अनुष्ठान) रखी गई थी। ‘दीपम’ ने इस थीम को बेहद खूबसूरती से प्रस्तुत किया। यह कलाकृति एम्स्टर्डम की प्रतिष्ठित हेरेंग्राच्ट नहर पर 100 मीटर के क्षेत्र में फैली हुई थी, जिसमें 70 तैरते दीप शामिल थे। इन दीपों को चमचमाते पीतल से हस्तनिर्मित किया गया है। उनकी सुनहरी चमक और झिलमिलाती लौ प्रकाश, आशा और एकता का प्रतीक बनी। इस साल एम्स्टर्डम की 750वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एएलएफ ने विभोर सोगानी से 75 अतिरिक्त अनूठे दीपम तैयार करने का अनुरोध किया। ये दीप एम्स्टर्डम के ऐतिहासिक अवसर को चिह्नित करते हुए आशा और उत्सव की भावना का प्रतीक बने। विभोर सोगानी ने कहा- भारतीय संस्कृति में दीप जलाना अच्छाई की बुराई पर विजय और सकारात्मकता फैलाने का प्रतीक है। ‘दीपम’ इस प्राचीन परंपरा का उत्सव है, जो सभी को इसके सार्वभौमिक संदेश आशा और खुशी का अनुभव करने के लिए आमंत्रित करता है। जयपुर में जन्मे और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद से शिक्षा प्राप्त विभोर सोगानी अपने भव्य इंस्टॉलेशन के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। उनकी कृतियां भारत और विश्व के शहरी परिदृश्यों को सजाने में अद्वितीय योगदान देती है। उनकी प्रसिद्ध कलाकृतियों में नई दिल्ली की ‘स्प्राउट्स’ और ऑस्ट्रेलिया, यूएई व नीदरलैंड्स में स्थापित कई भव्य इंस्टालेशन शामिल हैं।