हाल ही में कूनो से गांधीसागर अभयारण्य में चीतों की शिफ्टिंग की गई। इस मौके पर गांधीसागर डैम के किनारे बसे एक कस्बे में बड़ा प्रोग्राम रखा गया। मंच पर सूबे के मुखिया के साथ ‘छोटे सरकार’ और स्थानीय छोटे-बड़े नेता मौजूद थे। इस दौरान मंच से संगठन के एक पूर्व मुखिया ने इस इलाके से अपना गहरा नाता बताया। उन्होंने आसपास के इलाकों में अपनी रिश्तेदारियां गिनानी शुरू कर दीं। उन्होंने डैम के दूसरे छोर की रिश्तेदारी का जिक्र करते हुए कहा– साजन मेरा उस पार है। ये सुनकर मंच पर खूब ठहाके लगे। इसी प्रोग्राम में ‘छोटे सरकार’ ने कहा कि हमारे मुखिया जी बुलेट से यहां घूमने आते थे। ‘छोटे सरकार’ ने मुखिया के जिस दौर की कहानी बताई, उसे लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि उस समय तो मुखिया जी 14-15 साल के रहे होंगे। फिर बुलेट से इतनी दूर कैसे आते थे। प्रभारी बोले- हमें अर्जुन सिंह जैसा नेता चाहिए
कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में इंचार्ज साहब ने लीडर्स को नसीहत देते हुए कहा- सबको साथ लेकर चलो। कार्यकर्ताओं के सम्मान का ध्यान रखो। हमें अर्जुन सिंह जैसे नेता की जरूरत है। वो जैसे सबको साथ लेकर चलते थे, वैसी शैली के नेताओं की जरूरत है। इंचार्ज साहब की बात सुनकर बैठक में ही खुसर-फुसर होने लगी कि जिन अर्जुन सिंह का उदाहरण दिया जा रहा है, उनके ही बेटे बैठक में नहीं आए। बाकी पर नसीहत क्या असर करेगी? पूर्व विधायक बोले- बिना पढ़े एलएलबी करा दो
राजधानी के एक निजी संस्थान में दिल्ली दरबार के विधि मंत्री का प्रोग्राम हुआ। इसमें सत्ताधारी दल की एससी विंग के मुखिया भी शामिल हुए। मंच पर अनौपचारिक चर्चा के दौरान उन्होंने निजी संस्थान के कुलाधिपति से कहा- हमें बिना पढ़े यहां से एलएलबी करा देंगे क्या? ये सुनकर कुलाधिपति बोले- भाई साहब हमारे यहां ऐसा काम नहीं होता। मुखिया जी से रहा नहीं गया। उन्होंने मंच से इस बात जिक्र कर दिया। बता दें कि ये मुखिया जी भाजपा के विधायक भी रह चुके हैं। जिन पर एक्शन होना चाहिए, उन्हें पदों से नवाजा
हाल ही में राजधानी में विरोधी दल की कोआर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग हुई। इसमें ये मुद्दा उठा कि चुनाव में पार्टी के खिलाफ काम करने वालों पर कार्रवाई होना चाहिए। एक नेता ने कहा कि जिन लोगों ने चुनाव के दौरान पार्टी के खिलाफ काम किया। उन्हें तो पद देकर नवाज दिया गया। अब कार्रवाई कैसे होगी। ये सुनकर बैठक में मौजूद राजा साहब ने भी सुर मिलाते हुए कहा- मैं भी इस बात से सहमत हूं जो लोग चुनाव में पार्टी के खिलाफ काम करते हैं उन पर कार्रवाई होना चाहिए। पार्टी में जिनको जिम्मेदारियां दी जा रहीं हैं। एक बार यह जरूर देखा जाना चाहिए कि उनके खिलाफ कहीं कोई गंभीर शिकायत तो नहीं हैं। टीवी डिबेट में से प्रवक्ताओं को वापस बुलाया
पहलगाम आतंकी अटैक के बाद अगले दिन जैसे ही खबरिया चैनलों पर इसे लेकर डिबेट शुरू हुई, तभी अचानक विरोधी दल के पास दिल्ली दरबार से फरमान आया, जिसमें कहा गया कि आज की डिबेट में पार्टी की ओर से कोई स्पोकपर्सन शामिल नहीं होगा। इसके तत्काल बाद स्टेट टीम एक्टिव हुई और सभी प्रवक्ताओं को तत्काल डिबेट छोड़ने को कहा गया। कुछ प्रवक्ता ऐसे थे जो लाइव डिबेट में बैठे थे, वे भी तत्काल वापस लौटे। और अंत में.. एसपी के खिलाफ डीजीपी और दिल्ली तक शिकायत महाकौशल क्षेत्र के एक पुलिस कप्तान विवादों में हैं। इनके विभाग की एक महिला अधिकारी के अफसर पति ने इनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। करीब 8 महीने से चल रहे इस प्रसंग में अब नया मोड़ आ गया है। डीजीपी की जनसुनवाई में लिखित आवेदन देकर पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की गई है। साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय में भी एसपी के खिलाफ शिकायत की गई है। आवेदन में एसपी पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि वे महिला पुलिस अधिकारी के पति और राजस्व सेवा के अफसर की हत्या करा सकते हैं। राजस्व अधिकारी के करीबियों ने डीजीपी से की गई शिकायत में एसपी पर उसकी पत्नी के मोबाइल पर बिजनेस वॉट्सऐप इंस्टॉल कराने और महिला के पति को खत्म कराने का संदेश भेजा है। इसके अलावा एक पेन ड्राइव में ऑडियो क्लिप भी सौंपकर जांच की मांग की गई है। यह मामला पीएचक्यू और सरकार के संज्ञान में पिछले कई महीनों से है, लेकिन सरकार ने अब तक तो इसमें दखल नहीं दिया है।