भास्कर न्यूज|गुमला भारतीय रसायन विज्ञान के जनक तथा मास्टर ऑफ़ नाइट्राइट्स” के रूप में विख्यात भारत के महान वैज्ञानिक प्रफुल्ल चंद्र रे की 164वीं जयंती के साथ सरस्वती शिशु विद्या मंदिर गुमला में 25 जुलाई से 2 अगस्त तक चलने वाले विज्ञान सप्ताह का समापन हुआ। इस अवसर पर विद्यालय के शिशु खंड में विज्ञान मेले का आयोजन किया गया। जिसमें नन्हें वैज्ञानिकों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस विज्ञान मेले में कक्षा पहली से लेकर पांचवीं तक के भैया बहनों ने हिस्सा लिया। विभिन्न वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित कई आकर्षक मॉडल प्रस्तुत किए। इनमें सौरमंडल, वर्षा चक्र, ज्वालामुखी का फटना और जल संरक्षण जैसे मॉडल विशेष रूप से सराहनीय थे। बच्चों ने अपने मॉडलों के पीछे के वैज्ञानिक कारणों को भी बड़े आत्मविश्वास के साथ समझाया। विज्ञान सप्ताह के दौरान वंदना सभा में प्रतिदिन भारतीय वैज्ञानिकों के जीवन वृतांत का उद्बोधन भैया बहनों द्वारा किया गया। सप्ताह भर एक से बढ़कर एक वैज्ञानिक प्रयोग द्वारा भैया बहनों के बीच विज्ञान के प्रति रुचि जागृत की गई। विज्ञान सप्ताह के समापन सत्र में वरिष्ठ आचार्य सुदर्शन शर्मा के कहा कि विज्ञान सरलता से अपनी श्रेष्ठता का परिचय देता है। सप्ताह के दौरान विज्ञान के सभी आचार्य संजीव कुमार दुबे, चंदन कुमार शर्मा, आशा कुमारी, नीलम कुमारी, सविता कुमारी, ऋषि रंजन की सक्रिय भूमिका रही।