गोरखपुर में भाभा रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट की पत्नी की हत्या करने वाला बेटा नशे का आदी हो गया था। शराब पीने की ऐसी लत लगी कि वह न तो स्कूल जाता था और न ही कोचिंग। पिछले 4 महीने से कोचिंग से बंक मार रहा था। घर से स्कूल और कोचिंग जाने की बात कहकर निकलता तो था, लेकिन जाता नहीं था। घर से निकल कर उसी मंदिर के पास जाता, जहां मां की हत्या करने के बाद वह 4 दिन तक छिपा रहा था। यहीं पर दोस्तों के साथ बैठकर शराब-सिगरेट पीता था। पूरे मामले को समझने और बेटे का नेचर जानने दैनिक भास्कर की टीम पिपराइच इलाके के सुशांत सिटी पहुंची। यहां मोहल्ले वालों से बात की। पीएन नेशनल पब्लिश स्कूल और श्रीराम एजुकेशन इंस्टीट्यूट (कोचिंग) के टीचरों से बात की। इसमें जो जानकारी निकल कर आई, वह चौंकाने वाली थी। पता चला कि आरोपी गलत संगत में पड़ कर बर्बाद हो चुका था। कोचिंग और स्कूल की फीस वह नशे में उड़ा देता था। घटना वाले दिन जब मां ने उसे स्कूल के लिए जगाया तो उसने इनकार कर दिया। ज्यादा दबाव डाला तो मां को धक्का दे दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… टीचर बोले- कोचिंग की फीस के पैसों से नशे की लत पूरी करता था
श्रीराम एजुकेशन इंस्टीट्यूट के टीचर कुंवर शिवम सिंह ने बताया- अमन (बदला हुआ नाम) कम उम्र में ही शराब पीने का आदी हो गया था। वह 4 महीने से कोचिंग में बंक मार रहा था। यहां उसने फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स पढ़ने के लिए एडमिशन लिया था। लेकिन, घर से जो कोचिंग की फीस मिलती थी, उन पैसों से अपने नशे की लत को पूरी करता था। करीब 2 महीने पहले अमन के पापा साइंटिस्ट राम मिलन उसे लेकर कोचिंग आए थे। यहां जब उन्हें पता चला कि अमन करीब ढाई महीने से कोचिंग नहीं आ रहा, तो उन्होंने सभी के सामने उसकी पिटाई कर दी थी। इसके बाद 2-4 दिन तो वह कोचिंग आया, लेकिन फिर पता चला कि उसकी तबीयत खराब हो गई है। पापा इलाज कराने उसे अपने साथ लेकर चेन्नई चले गए हैं। 2 दिन पहले पता चला कि उसने अपनी मां की ही हत्या कर दी। स्कूल टीचर ने कहा- दोस्त को बड़ा भाई बनाकर लाया था स्कूल
पीएन नेशनल पब्लिश स्कूल के एक टीचर ने बताया- यूं तो अमन स्कूल में बेहद शांत रहता था। वह स्कूल के बच्चों से ज्यादा दोस्ती भी नहीं रखता था। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह थी कि वह स्कूल बहुत कम आता था। वह इतना शातिर है कि स्कूल में घर वालों की जगह अपना ही नंबर दे रखा था। ताकि अगर कोई शिकायत भी करे तो उसके घर तक न पहुंचे। स्कूल में उसकी अटेंडेंस सबसे खराब थी। इसे लेकर प्रिंसिपल और टीचर लगातार उससे गार्जियन को लेकर आने की बात कह रहे थे। कुछ दिन पहले हम लोग सख्त हुए कि तुम अगर अपने किसी गार्जियन को लेकर नहीं आओगे तो हम शिकायत लेकर तुम्हारे घर चलेंगे। इस पर उसने झांसा दे दिया। अपने किसी दोस्त को बड़ा भाई बनाकर ले आया। इसके बाद हम लोगों ने इसकी शिकायत उसके घर पर की। दिसंबर को अमन की मां आरती देवी स्कूल आईं। उनके आने पर हम लोगों ने उन्हें पूरी बात बताई कि न ही स्कूल की फीस जमा हो रही और न ही अमन स्कूल आता। इस पर वह हैरान हो गईं। उन्होंने तत्काल फोन कर अमन को बुलाया और स्कूल में ही बहुत डांटा। अमन की मां ने भरोसा दिलाया कि अब वह रेगुलर स्कूल आएगा। लेकिन, फिर 2-4 दिन के बाद पता चला कि अमन ने अपनी मां की ही हत्या कर दी। स्टूडेंट्स बोले- पापा से चिढ़ता था, चल रहा था इलाज
साइंटिस्ट के बेटे के साथ पढ़ने वाले एक स्टूडेंट्स ने बताया- वह कुछ साइको या बीमार लगता था। काफी कम लोगों से मतलब रखता था। अपने पिता से काफी चिढ़ता था। क्योंकि, उसके पापा उसकी पढ़ाई और संगत को लेकर काफी टोकते रहते थे। वह जब भी गोरखपुर आते, स्कूल और कोचिंग जाकर जरूर उसके बारे में पता करते थे। हालांकि, मम्मी उसे बहुत मानती थीं। अगर शिकायत भी की जाए तो वह उसकी गलती नहीं देती थीं। उसका इलाज भी चल रहा था। उसके पापा अक्सर उसे डॉक्टर को दिखाने चेन्नई ले जाते थे। अब जानिए स्कूल-कोचिंग से बंक मारकर कहां जाता था
अमन को लेकर मोहल्ले के लोग कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं हुए। लेकिन, सभी ने एक ही बात कही कि साइंटिस्ट के बेटे की संगत काफी खराब हो चुकी थी। वह स्कूल और कोचिंग से बंक मारकर अपने घर सुशांत सिटी के पास स्थित शिव मंदिर के पोखर पर ही कुछ लड़कों के साथ रहता था और शराब पीता था। आरती देवी की हत्या के बाद भी वह मां की लाश को घर में छिपाकर 4 दिन तक इसी शिव मंदिर के पास स्थित पोखर पर रहा था। 10वीं तक तमिलनाडु में पढ़ा, 11वीं में गोरखपुर में एडमिशन हुआ
लोगों ने बताया- अमन ने 10वीं तक की पढ़ाई तमिलनाडु से की है। करीब 2 साल पहले उसके पापा राम मिलन परिवार लेकर यहां आए और पिपराइच इलाके की सुशांत सिटी में अपना घर बनवाया। राम मिलन भाभा रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट हैं। इसलिए वह बाहर ही रहते थे। यहां मां आरती देवी और अमन ही रहते थे। अमन की बड़ी बहन भी बाहर रहकर MBBS की पढ़ाई कर रही है। राम मिलन ने बेटे का पिपराइच इलाके में सबसे अच्छे पीएन नेशनल पब्लिक स्कूल में 2 साल पहले 11वीं में एडमिशन करवाया था। इस समय स्कूल की क्लास 12-B में पढ़ने वाला अमन मैथ्स का स्टूडेंट था। लेकिन वह स्कूल के नाम पर मौज-मस्ती करने लगा था। स्कूल से कंप्लेन आने के बाद बेटे की हरकतों से परेशान होकर 2 दिसंबर को उसकी मां आरती स्कूल गईं। वहां प्रिंसिपल ने बेटे की शिकायत की। इसके बाद प्रिंसिपल ने सबके सामने बेटे को डांट लगाई। यह बात उसे नागवार गुजरी थी। अब पढ़िए आरोपी बेटे का कबूलनामा
पुलिस पूछताछ में बेटे अमन ने बताया- 3 दिसंबर को मैं सुबह 8.30 बजे तक सो रहा था। तभी मां ने मुझे स्कूल जाने के लिए जगा दिया। मां से कहा कि मैं स्कूल नहीं जाऊंगा। इस पर मां गुस्सा हो गईं। इसके बाद मेरा उनसे झगड़ा हो गया। गुस्से में मैंने उन्हें धकेल दिया। वह फर्श गिर गईं और थोड़ी देर में बेहोश हो गईं। मां के सिर से खून बह रहा था। यह देखकर मैं डर गया। जल्दी-जल्दी स्कूल ड्रेस पहनी और मां को उसी हालत में छोड़कर स्कूल चला गया। घर के बाहर ताला भी लगा दिया। शाम को घर लौटा तो देखा कि मां की सांसें नहीं चल रही थीं। उन्हें घसीटकर स्टोर रूम में ले जाकर छोड़ दिया। इसके बाद 5 दिन तक घर में ही रहा। किसी को शक न हो, इसलिए CCTV का कनेक्शन काट दिया। जब लाश से बदबू आने लगी तो अगरबत्ती जलाना शुरू कर दिया। अब आइए जानते हैं, कैसे खुला हत्या का राज…
भाभा रिसर्च इंस्टीट्यूट में असिस्टेंट साइंटिस्ट राम मिलने ने बताया- 3 दिसंबर को मैंने चेन्नई से पत्नी को फोन किया, लेकिन उनका फोन बंद था। 2 दिन तक फोन करता रहा, लेकिन बात नहीं हुई। इसके बाद मैंने अपनी साली ज्ञांती देवी को घर भेजा, तो पता चला कि गेट बंद था। साली ने अनहोनी की आशंका जाहिर की। इसके बाद मैं फ्लाइट से 8 दिसंबर (रविवार) को गोरखपुर पहुंचा। यहां कमरे में जाकर देखा तो खून से लथपथ पत्नी की लाश पड़ी थी। बेटे से पूछा तो उसने बताया कि स्कूल से आकर खाना खाकर सो गया था। जगा तो मां फर्श पर पड़ी थीं, वहां खून फैला हुआ था। यह देखकर डर गया और ताला बंद कर मंदिर चला गया। इसके बाद मैंने पुलिस को सूचना दी। ऐसे पकड़ा गया आरोपी बेटा
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया। इसमें पता चला कि आरती की मौत 6 दिन पहले हुई थी। इसके बाद पुलिस ने CCTV के DVR की जांच की। पता चला कि कोई बाहरी व्यक्ति घर के अंदर नहीं आया था। बेटा ही घर के अंदर गया था और अकेला बाहर निकला था। शक के आधार पर पुलिस ने बेटे से पूछताछ की, तो सच्चाई कबूल कर ली। SP नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने बेटे से दो घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद बेटे ने जुर्म स्वीकार कर लिया। वैज्ञानिक राम मिलन ने अपने बेटे के खिलाफ शिकायत दी। इसके बाद पुलिस ने बेटे के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया।नाबालिग पूछताछ में काफी देर तक वह इधर-उधर घुमाता रहा। 2 घंटे बाद उसने बताया कि विवाद के दौरान उसने मां का सिर दीवार पर लड़ा दिया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। ………………………………… ये खबर भी पढ़ें अतुल सुभाष की सास और साले का भागते हुए VIDEO:रात 12 बजे दोनों घर में ताला लगाकर भागे, वीडियो बनाने वाले के सामने हाथ जोड़ते रहे बेंगलुरु पुलिस के जौनपुर पहुंचने से पहले AI इंजीनियर अतुल सुभाष की सास और साला घर छोड़कर भाग गए। देर रात तक 12 बजे इंजीनियर की ससुराल के घर के बाहर मीडिया कर्मियों का जमावड़ा रहा। जैसे ही मीडिया कर्मी वहां से हटे। बुधवार रात 12 बजे सास निशा और साला अनुराग सिंघानिया ने ताला बंद किया। गली से भागते हुए सास सड़क पर पहुंची। बेटा बाइक लेकर वहां खड़ा हुआ था। इसके बाद मां-बेटे फरार हो गए। बेंगलुरु पुलिस जांच के सिलसिले में बुधवार को जौनपुर पहुंचने वाली थी, लेकिन नहीं आई। अब पुलिस आज पहुंचेगी। अतुल सुभाष का शव बेंगलुरु में उनके फ्लैट से मिला था। पढ़ें पूरी खबर