आजकल कई लड़कियां शादी के बाद भी अपने माता-पिता की आर्थिक जिम्मेदारी निभाने की बात साफ तौर पर रख रही हैं। हालांकि, हर परिवार इसे स्वीकार नहीं करता, जिससे कई रिश्ते शादी से पहले ही टूट रहे हैं। कई मामलों में लड़कियां पहले ही स्पष्ट कर देती हैं कि वे अपनी सैलरी या उसका कुछ हिस्सा मायके भेजती रहेंगी, लेकिन यह शर्त लड़के के परिवार को मंजूर नहीं होती। इस कारण कई रिश्ते बनने से पहले ही खत्म हो रहे हैं। कुछ मामलों में शुरुआत में सहमति बनती है, लेकिन शादी नजदीक आते ही लड़के के परिवार वाले पीछे हट जाते हैं, जिससे विवाद बढ़ जाता है। हाल ही में कई ऐसे मामले देखने को मिले हैं, जिनमें लड़कियों की शादी से पहले मायके को आर्थिक मदद देने की शर्त विवाद की वजह बनी। सोशल एक्टीविस्ट ललिता जैन का कहना है कि शादी से पहले ही इस विषय पर स्पष्ट बातचीत कर ली जाए, ताकि बाद में टकराव की स्थिति न बने।