शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने सीमावर्ती क्षेत्र के स्कूलों में विकास कार्यों का किया उद्घाटन

भास्कर न्यूज | अमृतसर शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बुधवार को सीमावर्ती क्षेत्र के स्कूलों में विकास कार्यों का उद्घाटन किया। उन्होंने बताया कि ‘शिक्षा क्रांति’ अभियान के तहत पंजाब के 12 हजार सरकारी स्कूलों में 2 हजार करोड़ रुपए की लागत से नई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं का उद्घाटन किया जा रहा है। राज्य के 20 हजार सरकारी स्कूलों में करीब 28 लाख बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। बैंस ने सीमावर्ती क्षेत्र में लड़कियों के लिए एक नया कॉलेज खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार आधुनिक शिक्षा प्रणाली के जरिए बच्चों को समय के अनुसार तैयार कर रही है। बुधवार को उन्होंने अमृतसर जिले के कई स्कूलों का दौरा किया। बच्चों और अभिभावकों से बातचीत की। दो करोड़ से अधिक की लागत से बने विकास कार्यों का उद्घाटन किया। शिक्षा मंत्री ने सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल झीतां कलां, सरकारी एलिमेंट्री स्कूल झीतां कलां, सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल महां सिंह गेट, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल टपियाला गर्ल्स और सरकारी प्राइमरी स्कूल टपियाला का दौरा किया। महासिंह गेट पर उन्होंने स्कूल कार्यों के लिए अपने विवेकाधीन खाते से 50 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि देने की घोषणा की। आज स्कूलों में बच्चों के लिए उन्होंने जो कार्य समर्पित किए, उनमें नए कक्षा-कक्ष, बास्केटबॉल मैदान और स्कूलों की चार दीवारों का निर्माण शामिल है। मुख्यमंत्री मान के आदेशों के अनुसार सरकारी स्कूलों को स्वच्छ पेयजल, हाई-स्पीड वाईफाई कनेक्शन, लड़कियों और लड़कों के लिए अलग-अलग शौचालय, डेस्क और कुर्सियां ​​और चारदीवारी सहित सभी आवश्यक बुनियादी सुविधाओं से लैस किया गया है। पंजाब देश का पहला राज्य है जहां स्कूलों में कैंपस मैनेजर और सुरक्षा गार्ड नियुक्त किए गए हैं तथा विद्यार्थियों के लिए बस सेवा शुरू की गई है। शिक्षा मंत्री ने राजासांसी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, टपियाला में 23.38 लाख रुपए की लागत से निर्मित कमरों व नए स्नानघरों तथा राजकीय प्राथमिक पाठशाला, टपियाला में 8.64 लाख रुपए की लागत से निर्मित कमरों व नए स्नानघरों का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा कि टपियाला स्कूल पहले ही सर्वश्रेष्ठ स्कूल का पुरस्कार जीत चुका है और इस स्कूल की प्रिंसिपल परमिंदरजीत कौर अपने स्कूल की छवि सुधारने के प्रयासों के लिए इस प्रशंसा की हकदार हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि पिछले 5 दिनों में 92 बच्चे निजी स्कूल छोड़कर इस स्कूल में आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस स्कूल में सीमावर्ती क्षेत्र के 55 गांवों के बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं तथा शीघ्र ही इस स्कूल में बच्चों के लिए बसों की व्यवस्था की जाएगी। इस मौके पर जसविंदर सिंह रमदास, जीवनजोत कौर,मेयर जतिंदर भाटिया आदि मौजूद थे।

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