हिमाचल के शिमला के लक्कड़ बाजार में ब्रिटिश काल के बने आइस स्केटिंग रिंक में स्केटिंग सेशन शुरू हो गया है। बुधवार को यहां सुबह 8 से 9.30 बजे तक स्केटिंग का पहला सेशन हुआ। आइस स्केटिंग रिंक क्लब सचिव रजत मलोहत्रा ने बताया कि बीते रविवार को स्केटिंग का सफल ट्रायल किया था लेकिन बीच में मौसम खराब होने के कारण स्केटिंग सेशन शुरू करने में 2 से 3 दिन लेट हो गई। शिमला का आइस स्केटिंग रिंक एशिया का पहला ऐसा बड़ा रिंक है, जहां प्राकृतिक विधि से बर्फ को जमाया जाता है। शाम के वक्त रिंक में पानी डाला जाता है। सुबह को यह जम जाता है और इस पर स्केटिंग करवाई जाती है। मौसम ठंडा रहा तो अगले करीब 3 महीने तक यहां स्थानीय लोग और पर्यटक स्केटिंग का आनंद उठा सकेंगे। इसके लिए 300 रुपए फीस देनी होगी। स्केटिंग के लिए स्केट आइस स्केटिंग क्लब मुहैया कराएगा। 104 साल पुराना हैं स्केटिंग का इतिहास
शिमला के आइस स्केटिंग रिंक में 1920 से हर साल स्केटिंग होती आई है। एक दशक पहले तक यहां 15 नवंबर से स्केटिंग शुरू हो जाती थी। मगर, पिछले 8-10 सालों से मौसम में आए बदलाव की वजह से दिसंबर के दूसरे व तीसरे सप्ताह में ही स्केटिंग शुरू हो पा रही है। एक-दो दशक पहले तक पहाड़ों पर दिसंबर में अच्छी बर्फबारी होती थी। इससे तापमान जमाव बिंदू से नीचे गिर जाता था। लेकिन पिछले कुछ सालों से दिसंबर के बजाय फरवरी-मार्च में ज्यादा बर्फबारी हो रही है और दिसंबर का मौसम गर्म जा रहा है। इस वजह से यहां स्केटिंग शुरू होने में देरी हो रही है।