इंदौर में विमानतल मार्ग स्थित श्री श्रीविद्याधाम परिसर में एक विशेष आयोजन हुआ। भानपुरा पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ ने शिवपुराण कथा का प्रवचन दिया। यह शहर में उनका पहला शिवपुराण कथा आयोजन था। भानपुरा पीठाधीश्वर ने बताया कि शिवपुराण कथा श्रवण से सात प्रकार की समृद्धियां मिलती हैं। इनमें धन, ज्ञान, संगति, स्वास्थ्य, परिवार, एकता और शुभ विचार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शिव सर्वसुख दाता हैं। वे परिवार में एकता का संदेश देते हैं। उन्होंने वर्तमान समय की चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज संयुक्त परिवार बिखर रहे हैं। यह परंपरा लुप्त हो रही है। शिवजी का संदेश अनेकता में एकता बनाए रखने का है। उन्होंने कहा कि परिवारों की समृद्धि से समाज और राष्ट्र समृद्ध बनेगा। कथा के शुभारंभ से पहले आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सानिध्य में व्यासपीठ का पूजन हुआ। इसमें कमलेश मिश्रा, रितेश मिश्रा, दीपक चाचर और मुकेश जायसवाल ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि शिवपुराण कथा जीवन में सदगुणों का संचार करती है। यह जाने-अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति दिलाती है। उनके अनुसार प्रशंसा से अभिमान और अभिमान से पतन होता है। मन और बुद्धि के समन्वय से ही तमोगुण से बचा जा सकता है। सत्संग और भगवान की कथा जीवन को सही दिशा देने का प्रकाश पुंज है।