सिटी रिपोर्टर | बोकारो सदर अस्पताल में लेप्रोस्कोपी सर्जरी शीघ्र शुरू की जाएगी। इसके लिए उपायुक्त के निर्देश पर सदर अस्पताल में शीघ्र डीएमएफटी फंड से लेप्रोस्कोपी सर्जरी के लिए सदर अस्पताल के मॉड्यूलर ओटी में संसाधन उपलब्ध कराया गया है। फिलहाल जितने भी बड़े उपकरण है, मॉड्यूलर ओटी में लगा दिए गए हैं। जो थोड़ी बहुत कमी है, उसका सर्वे कर टेक्नीशियन उन उपकरणों की सूची अपने साथ ले गए। संसाधनों की खरीददारी होने तक लेप्रोस्कोपी के कुछ उपकरण नियुक्त होने वाले सर्जन खुद अपने साथ तब तक लेकर आएंगे, जब तक उपकरण की खरीददारी नहीं हो जाती है। सब कुछ ठीक रहा तो एक से डेढ़ माह के अंदर ही लेप्रोस्कोपी से सर्जरी की सुविधा शुरू हो जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सक डॉ. चंद्रशेखर से पीपीपी मोड में करार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मई महीने के अंतिम तक सर्जरी चालू कर दी जाएगी। आयुष्यमान और लाल कार्ड धारियों को सर्जरी सहित अन्य में मिलेगा आधी छूट आयुष्मान भारत, लाल कार्ड सहित अन्य सरकारी हेल्थ कार्ड सहित सरकार से मान्यता प्राप्त अन्य कार्डधारियों की यहां पत्थरी की मुफ्त लेप्रोस्कोपी सर्जरी उपलब्ध होगी। जबकि सामान्य वर्ग के मरीजों के लिए जिला और स्वास्थ्य विभाग मिलकर सरकारी दर निर्धारित करेंगे। यह दर सरकार से तय होने वाले दर के अनुरूप ही होगी। इसके तहत मरीज के परिजन को लगभग 45 प्रतिशत राशि चुकानी होगी। अर्थात जिस सर्जरी की कीमत अगर निजी में 38 हजार रुपए है, उसके तुलना में लगभग 17 हजार रुपए देने होंगे। इस सुविधा के शुरू होने से अब गरीब मरीजों को लेप्रोस्कोपी कराने के लिए किसी निजी और बड़े संस्थान में नहीं जाना पड़ेगा। वर्तमान में इस सुविधा के सरकारी में चालू नहीं होने के बहुत से गरीब तबके मरीजों को निजी अस्पतालों में लेप्रोस्कोपी कराना पड़ रहा है। इसमें 35 से 40 हजार रुपए खर्च हो जाते है। ऐसे में कई गरीब तबके के मरीजों को कर्ज लेकर अपने परिजन का सर्जरी कराना पड़ जाता था। इसकी वजह से कई ऐसे मरीज पैसे के अभाव में सर्जरी ही नहीं करा पाते थे। आयुष्मान के फंड से होगी मेनटेनेंस व चिकित्सक का पेमेंट : डॉ. अरविंद ^लेप्रोस्कोपी करने वाले चिकित्सक को दिए जाने वाले वेतन और उपकरणों के रख-रखाव के लिए आयुष्मान भारत के फंड का उपयोग किया जाएगा। इससे उपकरणों का समय-समय पर मेनटेनेंस भी होता रहेगा और सर्जरी करने वाले चिकित्सक को समय पर वेतन भी दिया जा सकेगा। इस सुविधा के शुरू होने से गरीब और लाचारों के लिए सदर अस्पताल वरदान साबित होगा। – डॉ. अरविंद कुमार, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, बोकारो।