भास्कर न्यूज | लुधियाना प्रीत साहित्य सदन और बोधराज अरोड़ा संगीत अकादमी की ओर से आयोजित शाम-ए-संगीत में सुर और शब्दों का ऐसा संगम देखने को मिला जिसने श्रोताओं को देर तक बांधे रखा। कार्यक्रम की शुरुआत नवनीश कलर की भावपूर्ण प्रस्तुति से हुई, जिसके बाद प्रोफेसर बलविंदर सिंह धालीवाल ने हिंदी और पंजाबी में गीत और गजल सुनाकर माहौल को और रंगीन कर दिया। इसी दौरान पंजाब की मिट्टी और सभ्याचार की महक साफ झलकी। अजय कपूर, दीपक कुमार, जगपाल सिंह जग्गा, गोपी जमालपुरी, तेजिंदर सिंह और धर्मपाल स्नेही समेत कई गायकों ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। सावन माह की खुशियों को देखते हुए तीयां और बोलियां का खास सत्र रखा गया, जिसमें जोश और उत्साह का आलम देखते ही बनता था। कार्यक्रम के अंत में रमा शर्मा ने कहा कि ऐसे आयोजन हमारी संस्कृति और विरासत को जीवित रखते हैं और हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखते हैं। उन्होंने जोड़ा कि यह मंच हर बार सभी का खुले दिल से स्वागत करता है और आने वाली पीढ़ी को अपने संस्कारों से जोड़ने का प्रयास करता है।