छत्तीसगढ़ में साय कैबिनेट के विस्तार पर फिर संशय पैदा हो रहा है। मंत्री पद के लिए जो तीन नाम चल रहे हैं, उसमें आरएसएस पृष्ठभूमि से आने वाले गजेंद्र यादव का नाम लगभग तय माना जा रहा है। जिन दो नामों को लेकर अंदरखाने में विरोध है। उनमें आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब और अंबिकापुर के विधायक राजेश अग्रवाल।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 21 अगस्त को 10 दिन के विदेश जाने वाले हैं। उन्होंने दो दिन पहले ही कहा था कि उनके दौरे से पहले कैबिनेट का विस्तार हो जाएगा। उनके बयान को तब और बल मिला जब वे उसी दिन शाम को राज्यपाल रमेन डेका से मिलने पहुंच गए। इसके बाद नए संभावित मंत्रियों के नाम वायरल होने लगे। ऐसे में जो वरिष्ठ विधायक मंत्री बनने की आस लगाए बैठे हैं, उन्होंने पार्टी-संगठन के बड़े नेताओं से अपनी नाराजगी जाहिर की। एक वरिष्ठ नेता के समर्थक विधायक का नाम इस सूची में न होने पर उन्होंने भी नाराजगी जाहिर की। ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों पर एक बार फिर विराम लगता दिखाई दे रहा है। केंद्र से अगर पर्ची आ गई तो विरोध पड़ जाएगा ठंडा
यह चर्चा जोरों पर थी कि 18 अगस्त को नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। पर जिस तरह से अंदरखाने की नाराजगी सामने आई है, उसके बाद मंत्रीमंडल विस्तार का मामला शांत होता दिख रहा है। यदि दिल्ली से नामों की पर्ची आज या कल आ गई तो किसी भी नेता का विरोध काम नहीं आएगा। इसलिए अब नजरें इस पर टिकी है कि आखिर इस बार विस्तार होगा या नहीं।