संत बोले-महबूबा की बेटी के मुंह में गोबर भर दो:नर्मदा घाट के साधु ने कहा- हिंदुओं 5-5 बच्चे करो; ‘हिंदुत्व एक बीमारी’ बयान का विरोध

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के ‘हिंदुत्व’ को लेकर दिए विवादित बयान का साधु-संत विरोध कर रहे हैं। देश भर से 1008 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ में शामिल होने रीवा पहुंचे संतों ने आक्रोश जताया है। संत इल्तिजा के बयान को लेकर बैठक भी कर रहे हैं। चित्रकूट से आए महाराज ने कहा कि जो भी महबूबा या उनकी बेटी इल्तिजा के मुंह में गोबर भरकर पट्टी बांध देगा, उसे बड़ा इनाम दिया जाएगा। एक संत ने त्रिशूल दिखाते हुए कहा कि शस्त्र उठाने का समय आ गया है। किसी ने पांच बच्चे पैदा करने की नसीहत दी, तो किसी ने महबूबा और इल्तिजा को घर में घुस कर मारने की चेतावनी दी है। दरअसल, 6 दिसंबर को एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें दावा किया जा रहा है कि कुछ लोग नाबालिग मुस्लिम लड़कों को ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इस वीडियो को लेकर 7 सितंबर को इल्तिजा मुफ्ती ने कहा था कि हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को बीमार किया है। इल्तिजा ने ये वीडियो अपने X हैंडल पर शेयर किया था। हालांकि बाद में इसे हटा दिया। चित्रकूट के संत बोले- हमारा देश पहले से हिंदू राष्ट्र है
चित्रकूट और देश के बड़े संत माने जाने वाले सनकादिक महाराज ने कहा, देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की जरूरत नहीं है। हमारा देश पहले से हिंदू राष्ट्र है। बस घोषणा होनी बाकी है। भगवान की इच्छा होगी तो जल्द घोषणा भी हो जाएगी। हिंदू धर्म को बीमारी कहने वाले खुद कैंसर हैं। ऐसे लोग देश में रहने लायक नहीं। अगर हिंदू धर्म बीमारी है तो गैर हिंदू इस देश में कैसे बच गए। नर्मदा घाट के संत बोले- मोहम्मद गौरी से बचो
नर्मदा घाट के प्रसिद्ध संत सीताराम दास जी महाराज ने कहा, सभी हिंदू अब पांच-पांच बच्चे पैदा करना शुरू करे। उनका कहना है कि बंटवारे के समय हिंदुओं की संख्या बहुत थी। लेकिन अब अपेक्षाकृत अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या में ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है। बंटवारे के बाद भी हिंदू सुकून से नहीं रह पा रहा है। मैं संत होने के नाते हिंदू भाइयों से कहना चाहता हूं कि अगर पशु-पक्षी अपने बच्चों का भरण-पोषण कर लेते हैं तो आप भी आसानी से अपने चार-पांच बच्चों का भरण पोषण कर लेंगे। ऐसे बयान देने वाले को घर में घुसकर मारो
दमोह से आए संत जयरामदास त्यागी ने कहा कि जिस देश में इतनी बड़ी संख्या में हिंदू रहते हैं, वहां लोग इस तरह के बयान देने की हिम्मत कैसे जुटा रहे हैं। ये चिंता का विषय है। कोई कदम नहीं उठाया तो कुछ दिन में भारत को भी बांग्लादेश बना देंगे। इनको मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। आज बांग्लादेश के हालात से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। बाबा बोले- काट-काटकर नमक भर दो
चित्रकूट से आए संत बालक दास महाराज ने कहा, मैं सनकादिक महाराज और उज्जैन के संतों का भी समर्थन करता हूं। जिस तरह का बयान महबूबा मुफ्ती की बेटी और ओवैसी ने दिया है, उन्हें काट-काटकर नमक छिड़क देना चाहिए। आप अपने धर्म को माने हमें कोई दिक्कत नहीं, लेकिन अगर हिंदू धर्म के बारे में अनरगल बात करेंगे तो ऐसा मुंह तोड़ जवाब देंगे की जिंदगी भर याद रहेगा। हिंदू धर्म कोई मजाक नहीं है। जिस पर कोई भी कैसी भी टिप्पणी कर दे। काशी के संत बोले- छाती पर चढ़कर जवाब देंगे
काशी के संत गोविंद दास ने कहा, कभी ओवैसी और उसके भाई 15 मिनट वाला बयान देकर ललकार रहे हैं। तो कभी कोई हिंदू धर्म को डेंगू और चिकनगुनिया बताया जा रहा है। भला हम कब तक बर्दाश्त करते रहेंगे। ऐसे लोगों की ईंट से ईंट बजा देंगे। हम इस मामले में उज्जैन के संतों का पूरा समर्थन करते हैं। मैं खुद काशी निवासी हूं। इसलिए हम ऐसे बयानों के विरोध को लेकर कार्य योजना बना रहे हैं। जल्द करारा जवाब दिया जाएगा। कुंभ के दौरान यही मुद्दा सबसे प्रासंगिक रहेगा। रीवा में चल रहा 1008 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ
रीवा में विशाल कलश यात्रा के साथ झलबदरी धाम झुरहा आश्रम विश्वविद्यालय परिसर में 1008 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ चल रहा है। जिसमें शामिल होने के लिए देशभर से लगभग 500 संत रीवा पहुंचे हैं। जिन्हें विशेष आमंत्रण देकर बुलाया गया है। 7 से 15 दिसंबर तक और विशाल भंडारे के साथ समापन होगा। शनिवार सुबह झलबदरी आश्रम से भव्य कलश यात्रा निकालकर शुरुआत हुई। कलश यात्रा में साधु संत के अलावा सनकादिक महाराज के शिष्य शामिल हुए। महायज्ञ के लिए कई प्रकार के यज्ञ कुंड बनाए गए हैं, शुक्रवार से ही यहां साधु संतों का मेला लगा हुआ है। रामलीला के साथ प्रवचन भी प्रतिदिन चल रहा है। ये भी पढ़ें… महबूबा मुफ्ती की बेटी बोलीं- हिंदुत्व एक बीमारी: महामंडलेश्वरों ने कहा- पाकिस्तान-बांग्लादेश चली जाएं जम्मू-कश्मीर में पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा के हिंदुत्व को लेकर दिए बयान को लेकर साधु-संत और महामंडलेश्वरों ने कड़ी आपत्ति जताई है। इल्तिजा ने कहा था कि हिंदुत्व एक बीमारी है। जिसने लाखों भारतीयों को बीमार किया। उनके बयान पर साधु-संतों ने कहा कि यह बीमारी लाइलाज रहेगी और तुम्हारे लिए घातक होगी। यह हिंदुत्व ही है कि तुम्हें 800 सालों से देश में झेल रहा है। भारत से प्रेम नहीं है तो बांग्लादेश और पाकिस्तान चली जाए। पूरी खबर पढ़ें

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