सनातन धर्म विज्ञान सम्मत है, धर्मों की उत्पत्ति इसी से हुई: राजपूत

भास्कर न्यूज | बालोद महर्षि मुक्ताश्रम हथौद में विराट रुद्राभिषेक का आयोजन हुआ। धर्मजागरण समन्वय छत्तीसगढ़ जिला बालोद और मुक्ताश्रम लोक सेवा न्यास ने कार्यक्रम किया। आयोजन का उद्देश्य मतांतरण रोकना और मतांतरितों की घर वापसी रहा। कार्यक्रम की शुरुआत ग्राम मुजगहन के नहर चौक स्थित शिव मंदिर से हुई। यहां पूजन के बाद करीब 125 मोटरसाइकिल और 10 कारों का काफिला निकला। शिव भक्त गगनभेदी नारे लगाते हुए करहीभदर, कन्नेवाड़ा बस स्टैंड होते हुए हथौद पहुंचे। जहां पुरोहितों ने शिव भक्तों को संकल्प दिलाया। इसके बाद मृदापूजन, वेदी पूजन, नवग्रह पूजन और षोडशोपचार पूजन हुआ। बीच-बीच में संगीत साधकों ने शिव भजनों की प्रस्तुति दी। रुद्राभिषेक के बाद प्रखर वेदांत प्रवक्ता पुरुषोत्तम सिंह राजपूत ने शिव महिमा पर प्रवचन दिया। उन्होंने बताया कि सनातन धर्म विज्ञान सम्मत है। सभी धर्मों की उत्पत्ति सनातन से हुई है। उन्होंने मतांतरण न करने की अपील की। इसके बाद भगवान महाकाल की सामूहिक आरती हुई। डौंडी ब्लॉक के 9 मतांतरित परिवारों की घर वापसी कराई गई। उनके पैर पखारे गए। गंगाजल पिलाया गया। रामचरित मानस, राम नामी अंगवस्त्र और श्रीमद्भगवद्गीता भेंट की गई। अतिथियों ने आरती उतारी। जयकारों के साथ उन्हें सनातन धर्म में वापस लाया गया। परिजनों द्वारा दिए गए सम्मान से घर लौटे लोग भावुक हो उठे। अंत में विसर्जन शोभायात्रा निकाली गई: कार्यक्रम के अंत में विसर्जन शोभायात्रा निकाली गई। तालाब में विसर्जन हुआ। सभी भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण किया। आयोजन में आरएसएस, धर्मजागरण समन्वय और मुक्ताश्रम के पदाधिकारियों ने सेवा दी। बालोद, दल्ली, पाटन, गुंडरदेही और धमतरी से शिव भक्त शामिल हुए। इस अवसर पर पुरोहित पुष्कर पांडे शास्त्री, मनहरण शर्मा, अभिषेक शर्मा और पौराणिक मिश्र मौजूद रहे।

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