गाजियाबाद में 30 साल की महिला को गैंगरेप की फर्जी कहानी बनानी भारी पड़ गई। DCP सिटी राजेश कुमार ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि महिला ने अपने दोस्तों को फंसाने के लिए फर्जी तरह से आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करा दी। जिससे तीनों दोस्त जेल जाएं और फिर समझौते में एक फ्लैट व 2 से 5 लाख रुपये भी वसूल सके। लेकिन महिला की मेडिकल रिपोर्ट और महिला की लोकेशन से पुलिस को संदेह हो गया। शुक्रवार को कविनगर पुलिस ने महिला को अरेस्ट कर लिया। एक महीने में इस महिला ने रेप का दूसरा केस दर्ज कराया है। महिला द्वारा दर्ज कराई FIR के बारे में जानिए महिला ने 24 फरवरी की रात को कविनगर पुलिस को सूचना दी। जहां महिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि रात में साढ़े 8 बजे मैं अपने घर से सोमवार बाजार की तरफ जा रही थी। रास्ते में ग्रे कलर की कार आई, कार में तीन युवक थे। जिनमें से मैं दीपक चौहान व वैभव चौहान को जानती हूं, तीसरे युवक को मैं नहीं जानती। कार में डालकर इन तीन युवकों ने मुझे बहुत मारा। मैं चिल्लाई तो मुझे मारने की धमकी देने लगे। इस बीच एक युवक ने गर्दन के पास नशीला इंजेक्शन लगा दिया। महिला ने आगे पुलिस को बताया था कि नशीला इंजेक्शन लगने के बाद मेरी बॉडी स्लो साउंड में हो गई। लेकिन मेरे आंख, कान सब होश में थे। मुझे सब महसूस हो रहा था। फिर तीनों युवकों ने मेरे शरीर पर कोई केमिकल डाला। जिसके बाद मेरी बॉडी जल गई। इसके बाद तीनों युवकों ने मेरे साथ गैंगरेप किया। तीनों युवकों ने गंदे गंदे शब्द कहे, महिला ने यह भी एफआईआर में दर्ज कराया था कि दीपक और वैभव ने शराब के नशे में मेरे प्राइवेट पार्ट मे बोतल डालने का प्रयास किया। उसके बाद पूर्व के दर्ज कराए केस को वापस लेने का दबाव बनाया। लोकेशन और मेडिकल रिपोर्ट से हुआ खुलासा डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि इसी महिला ने जनवरी माह में भी रेप का एक मुकदमा कविनगर थाने में दर्ज कराया था। जिसमें अपने कथित पति, उसकी मां व एक युवक को आरोपी बनाया गया। अब तीन युवकों पर गैंगरेप का आरोप लगाया। पुलिस ने मेडिकल कराया। मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई। यहां से पुलिस को पूरी मामला फर्जी लगने लगा। जिस स्थान से कार में डालने और फेंकने की बात कही, वहां सीसी टीवी कैमरे में कुछ नहीं मिला। जिस समय की घटना बताई गई, उस समय महिला की लोकेशन दूसरे स्थान पर मिली। 22 स्थानों पर कैमरों की मदद ली DCP सिटी राजेश कुमार ने बताया कि महिला बीए पास है। तीन साल तक यह अपने प्रेमी के साथ रिलेशनशिप में रही। इसके बाद इसी प्रेमी से 10 लाख रुपये हड़पने के लिए जनवरी 2025 में रेप का फर्जी मुकदमा दर्ज कराया। 24 फरवरी की रात 8 बजकर 27 मिनट पर महिला अपने फ्लैट से एक गाड़ी से निकली। 4 घंटे बाद फिर इसी कार से वापस अपने फ्लैट के बाहर पहुंची। 22 स्थानों पर पुलिस ने सीसी टीवी कैमरे देखे। इस केस के खुलासे के लिए एक इंस्पेक्टर समेत 22 पुलिसकर्मी लगाए। अपना फ्लैट चाहती है महिला महिला ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि मैं कविनगर क्षेत्र में रह रही हूं, 2021 में फेसबुक से एक युवक से दोस्ती हुई। जिसके बाद दोनों में नजदीकियां बढ़ती गई। जहां दोनों ने मिलना जुलना शुरू किया। 2022 में पीड़िता ने अपने प्रेमी से लव मैरिज कर ली। जहां दोनों किराए के फ्लैट में रहे। कुछ समय पहले प्रेमी यानी पति से विवाद हो गया। महिला ने आगे कहा कि मैं अपना एक अलग फ्लैट चाहती हूं, इसलिए रेप के फर्जी मुकदमे दर्ज कराए। जिससे समझौते में मोटी संपत्ति हासिल कर सकूं।