बड़वानी जिले के अंजड कृषि उपज मंडी में शासन द्वारा खरीफ सीजन 2024-25 के लिए सोयाबीन उपार्जन कार्यक्रम के तहत भारत सरकार की समर्थन मूल्य योजना लागू की गई है। इस योजना के अंतर्गत सोयाबीन की फसल की खरीदी 4892 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर की जा रही है। लेकिन, बाजार में अधिक दाम मिलने के कारण किसानों ने पंजीयन करवाने के बावजूद अपनी उपज को शासन को बेचने में रुचि नहीं दिखाई। अंजड और सेंधवा केंद्रों पर हो रही है सोयाबीन खरीदी इस कारण मंडी में समर्थन मूल्य से नीचे के दामों पर सोयाबीन बिकने से किसानों को नुकसान हो रहा है। बड़वानी जिले में अंजड और सेंधवा दो केंद्रों पर शासन की ओर से समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी की जा रही है। अंजड में सोयाबीन खरीदी करने वाले खंडेराव मार्केटिंग सोसाइटी के प्रबंधक कैलाश यादव ने बुधवार सुबह बताया कि अंजड केंद्र पर कुल 137 किसानों ने अपना पंजीयन करवाया था, लेकिन महज 9 किसानों ने 90 क्विंटल सोयाबीन विक्रय किया। वहीं 125 किसानों से खरीदी बाकी है। सोयाबीन खरीदी का आखिरी दिन 31 दिसंबर उन्होंने बताया कि शासन ने 10,000 से 15,000 क्विंटल सोयाबीन खरीदी करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब तक केवल 90 क्विंटल सोयाबीन खरीदी गई है। समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी 31 दिसंबर तक करने के आदेश दिए गए हैं।


