भास्कर न्यूज | अमृतसर खालसा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, रंजीत एवेन्यू में राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक भव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। कॉलेज की निदेशक डॉ. मंजू बाला के मार्गदर्शन में आयोजित इस सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया। सम्मेलन का मुख्य विषय “महिलाएं: सांस्कृतिक परंपराओं और प्रौद्योगिकी का संगम’ था, जिस पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे। सम्मेलन की शुरुआत छात्राओं द्वारा शब्द गायन और दीप प्रज्ज्वलन से हुई। मुख्य अतिथि डॉ. पमिता अवस्थी और मुख्य वक्ता एडवोकेट हरलीन कौर का स्वागत फूलों से किया गया। डॉ. मंजू बाला ने महिलाओं की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि महिलाओं ने न केवल सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित किया है, बल्कि तकनीकी क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। एडवोकेट हरलीन कौर ने महिलाओं के कानूनी अधिकारों और सामाजिक चुनौतियों पर बात की। डॉ. अवस्थी ने कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण एक मजबूत समाज की नींव है। सम्मेलन में विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से आए विद्वानों ने 50 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए। समापन समारोह में, महिला शिक्षाविदों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए “डेडीकेशन डिस्टिंक्शन अवार्ड 2025′ से सम्मानित किया गया। हिना बागला को उनके समर्पण के लिए “द स्पार्क ऑफ डेडीकेशन अवार्ड 2025′ मिला। सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति का पुरस्कार गुरु साहिबा कौर, पूजा शर्मा और डॉ. जसलीन कौर को उनके शोध पत्र “लीडिंग द वे फॉरवर्ड’ के लिए दिया गया। संगीता कुमारी, डॉ. रिपिन कोहली और मोकरम साहिबान के पोस्टर को सर्वश्रेष्ठ पोस्टर प्रस्तुति के रूप में सम्मानित किया गया।