छठी विधानसभा के विशेष सत्र के आखिरी दिन गुरुवार को पहली पाली में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान सरकार ने योजनाओं व घोषणाओं को पूरा करने का संकल्प दोहराया, विपक्ष ने संथाल में डेमोग्राफी चेंज चिंता जताई। इससे पूर्व झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। जबकि, कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने इसका समर्थन किया। स्टीफन मरांडी ने कहा कि अभिभाषण सरकार की अच्छाई ही नहीं, यहां की योजनाओं को भी प्रतिबिंबित करता है। सदन में चर्चा के दौरान इंडिया गठबंधन के नेताओं ने चुनाव में मिले जनादेश को लेकर विपक्ष पर तंज कसा। जबकि, विपक्ष ने कहा कि अंक गणित में भाजपा कमजोर है, लेकिन वोट प्रतिशत में कम नहीं है। सत्ता पक्ष ने चुनाव प्रचार में बाहर से आए भाजपा नेताओं पर तंज कसा, तो जवाब में भाजपा ने कहा- सत्ता पक्ष अभी भी उनके खौफ से उबर नहीं सका है। झामुमो विधायक हेमलाल मुर्मू ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सभी विभागों के सर्वांगीण विकास का दर्पण है। शिक्षक नियुक्ति के साथ स्थानीय भाषा को बढ़ावा देने की बात कही गई है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने स्टीफन मरांडी के क्षेत्र को रणक्षेत्र बनाया। वहां बड़े-बड़े नेता आए। आदिवासी और अल्पसंख्यक के बीच लड़ाई कराने गए। दावा ठोका 65 पार। पर यहां की जनता को समझ नहीं पाए। खजूर में भी नहीं बबूल पर लटक गए। 21 पर आ गए। अब जनता इनको सत्ता पक्ष की ओर बैठने का मौका नहीं देगी। चुनाव के बीच गोगो दीदी योजना लेकर आए। ठगने के लिए फॉर्म भी भरवाया। गोगो दीदी गो-गो हो गयी। पूरी पोटली बांधकर गुवाहाटी चला गया। न कोई पक्ष, न कोई विपक्ष, सब मेरे लिए सदस्य: स्पीकर विधानसभा के विशेष सत्र के समापन पर स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने कहा कि पिछले कार्यकाल की तरह सभी सदस्य एक परिवार जैसे लगे, यही मेरी इच्छा है। मेरे लिए न कोई पक्ष है और न कोई विपक्ष। सब मेरे लिए सदस्य हैं। विशेष सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के माध्यम से अपनी प्राथमिकताओं को रेखांकित किया है। राज्य के चहुमुंखी विकास के लिए अपनी नीतियां और दिशा तय करने का प्रयास किया है। सहारा के निवेशकों की लड़ाई लड़ेगी सरकार : अरूप चटर्जी रांची : राज्य के अभिभाषण के समर्थन में बोलते हुए विधायक अरूप चटर्जी ने सहारा में निवेश करने वालों के लिए बनाई गई योजना की सराहना की। कहा सरकार ने सड़क से सदन तक इस लड़ाई को लड़ने का निर्णय लिया है। कहा कि अमित शाह ने कहा था कि यूपी में अखिलेश आैर झारखंड में हेमंत सोरेन के कारण निवेशकों को पैसा नहीं मिल रहा है। विष्णुगढ़ व मांडू को अनुमंडल बनाया जाए : निर्मल महतो आजसू विधायक निर्मल महतो ने कहा कि विष्णुगढ़ और मांडू को अनुमंडल बनाया जाये। डाढ़ी प्रखंड को हजारीबाग और रामगढ़ दोनों जिलों के बीच है। इसे रामगढ़ जिले शामिल किया जाए। आंदोलनकारी परिवारों को मिले पांच फीसदी आरक्षण : जयराम जेएलकेएम विधायक जयराम महतो ने कहा कि आंदोलनकारी परिवारों को पांच फीसदी आरक्षण मिलना चाहिए। राज्य के सभी बैंकों में जो पांच लाख 55 हजार 17 हजार करोड़ रुपए दो दूसरे राज्यों को दिए गए हैं। हम अडानी-अंबानी नहीं, आदिवासी, गरीब, दलित के लिए चाहते हैं काम करना: प्रदीप कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सरकार की सोच को प्रतिबिंबित करता है। कहा कि हम अडानी- अंबानी के लिए काम नहीं करना चाहते। हम आदिवासी, गरीब, दलित सभी के लिए काम करना चाहते हैं। नर सेवा ही नारायण सेवा है। रोजगार, शिक्षा, क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने और सभी लोगों को साथ लेकर चलने का संकल्प है। सरकार सबका साथ, सबका विकास करना चाहती है। हमने जो कहा था, करके दिखाया। तभी हम बहुमत लेकर आये। जनता ने हमारे वादों पर मुहर लगाया। गठबंधन सरकार ने गरीबों के लिए काम किया: सुरेश राज्य के अभिभाषण के समर्थन में बोलते हुए राजद विधायक दल के नेता सुरेश पासवान ने कहा कि विपक्ष को हर चीज के लिए तकलीफ है। भाजपा के पास गरीबों के लिए कोई मुद्दा नहीं है। सिर्फ हिंदू मुस्लिम की बात करते हैं। अब भाजपा कभी सरकार नहीं बना पायेगी। गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला है। दलितों-गरीबों के लिए योजनाएं बनाई गई हैं। महिला समाज को सम्मान देने की बात कही गई है। केंद्र सरकार झारखंड को उसी तरह देखे जैसे गुजरात और महाराष्ट्र को देखती है: कल्पना विधायक कल्पना सोरेन ने सदन में कहा कि केंद्र सरकार योजना तो बनाती है लेकिन गरीबों की ओर ध्यान नहीं देती है। केंद्र सरकार झारखंड का उसी तरह देखे जैसे गुजरात और महाराष्ट्र को देखती है। हमने तो लोगों के बिजली बिल माफ किये। किसानों का ऋण माफ किया। मंईयां सम्मान योजना लाया। सरकार लोगों के लिए काम करना चाहती है। झामुमो की अपनी पहचान रही है। झारखंड झामुमो की उपज है। हमारे पूर्वजों ने जो सोना झारखंड का सपना देखा था उसे पूरा करने जा रहे हैं। अभिभाषण में कई चीजें स्पष्ट नहीं : सरयू राय सदन में उपस्थित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राधाकृष्ण किशोर, दीपिका पांडेय सिंह, दीपक बिरुआ, योगेंद्र प्रसाद व अन्य। ये मणिपुर की बात करते हैं, यहां चाईबासा के गुदड़ी में आज लोग जाने से कतरा रहे: मरांडी छठी विधानसभा के पहले विशेष सत्र के आखिरी दिन गुरुवार को विधानसभा परिसर में फोटो सेसन हुआ। इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के कुल 79 विधायक शामिल हुए। भाजपा के दो विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी और नवीन जायसवाल फोटो सेसन के दौरान नहीं थे। दोनों की कुर्सियां खाली थीं। पहली कतार में स्पीकर रबींद्रनाथ महतो, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सरकार के मंत्री, सीनियर विधायकों में झामुमो के स्टीफन मरांडी, भाजपा के बाबूलाल मरांडी, चंपाई सोरेन व जदयू के सरयू राय आदि बैठे थे। जदयू विधायक सरयू राय ने राज्य के अभिभाषण पर कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में गंभीरता नहीं है। 2020 में कई बातें आई थीं, उसका उत्तर नहीं मिला है। उस समय सभी भाषाओं के विकास के लिए आयोग बनाने की बात कही गई थी। अब मदरसा बोर्ड, अल्पसंख्यक बोर्ड और उर्दू अकादमी की बाद कही गई। यह चिंता का विषय है। मंईयां सम्मान योजना पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को 37.37 प्रतिशत वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस को 15.56 फीसदी। सत्ता पक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे जिन मुख्यमंत्रियों का नाम ले रहे हैं, उनका खौफ आज भी सत्ता पक्ष में दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि ये मणिपुर की बात करते हैं। जबकि, चाईबासा के गुदड़ी में लोग आज जाने से कतरा रहे हैं। लोगों का सेंदरा किया जा रहा है। जनता कानून जनता हाथ में ले रही है।