भास्कर न्यूज| राजिम कुपोषण एक बड़ी सामाजिक और स्वास्थ्य चुनौती बना हुआ है। वहीं राजिम के ग्राम पंचायत बकली में एक प्रेरणादायक पहल सामने आई है। यहां के सरपंच बिंदा साहू मानवता की मिसाल पेश करते हुए गंभीर रूप से कुपोषित एक बच्चों को गोद लिया है। इस सराहनीय कदम का उद्देश्य है बच्चे को कुपोषण को दलदल से निकलकर सुपोषण की ओर ले जाने जिसमें उनका सम्पूर्ण विकास सुनिश्चित किया जा सके। माहिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चिन्हांकित इन बच्चों में शामिल हैं। त्रिवेणी विश्वकर्मा पिता लोकेश विश्वकर्मा से सरपंच बिंदा साहू ने एक बच्चे के लिए 6 माह तक निर्धारित पौष्टिक सामग्री एवं गर्म भोजन उपलब्ध करने की सहमति दी है ताकि वे गंभीर कुपोषण से निकलकर मध्यम सुपोषित श्रेणी में आ सके। यह पहल केवल भोजन तक सीमित नहीं है। बल्कि इसमें शारीरिक और मानसिक विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। ताकि बच्चों आगे चलकर स्वस्थ और आत्मनिर्भर जीवन जी सकें सरपंच ने जो कहा बच्चे देश का भविष्य है। यदि वे कृपोषित रहेंगे तो समाज और राष्ट्र कैसे मजबूत होगा। हम सबकी जिम्मेदारी है कि ऐसे बच्चों को उचित पोषण और देखभाल मिले। सरपंच बिंदा साहू ग्राम पंचायत बकली सामाजिक सहभागिता का बढ़ता दायरा यह पहला माहिला एवं बाल विकास विभाग के व्यापक अभियान का हिस्सा है। इस अवसर पर कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे। आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 2 की सहायिका मंटोरा बंजारे, सचिव विकास साहू, पंच प्रवीण सेन, मालिक राम मणकांडे, संजय साहू, पूजा ध्रुव, ओमप्रकाश साहू सहित अनेक लोग उपस्थित थे।