भास्कर न्यूज | राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्जरी विभाग की एचओडी डॉ. सुनीता मेश्राम ने ओटी में ऑपरेशन करने के दौरान सहयोगी स्टाफ नर्स दामिनी देशमुख को तमाचा जड़ दिया। ऑपरेशन पूरा होने के बाद स्टाफ नर्सेज ने अस्पताल में जमकर हंगामा और नारेबाजी की। उन्होंने अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अतुल देशकर से एचओडी डॉ. सुनीता मेश्राम के अभद्र व्यवहार की शिकायत की है। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच कर शिकायत करने की मांग की। अस्पताल प्रबंधन ने मामले की जांच करने डॉक्टरों की कमेटी गठित की है। घटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्जरी विभाग की ओटी में सोमवार की है। यहां सर्जरी विभाग की एचओडी डॉ. सुनीता मेश्राम अन्य डॉक्टरों और सहयोगी स्टाफ के साथ मरीज का ऑपरेशन कर रही थी। ऑपरेशन के दौरान काम आने वाले जरूरी मेडिकल उपकरण मांगा। इसी बात को लेकर उन्होंने आक्रोशित होकर सहयोगी स्टाफ नर्स दामिनी देशमुख को ओटी में ऑपरेशन के दौरान तमाचा जड़ दिया। मरीज अपने पेट में दर्द की शिकायत लेकर भर्ती हुआ था। एमसीएच की ओटी में हुई इस घटना के बाद अस्पताल में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। ऑपरेशन पूरा होने के बाद स्टाफ नर्स ने बाकी नर्सों और अन्य स्टाफ को इस घटना की सूचना दी। सर्जरी विभाग की एचओडी के व्यवहार को लेकर सभी अस्पताल अधीक्षक से शिकायत करने पहुंची। उन्होंने एचओडी पर हमेशा इसी तरह का व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने अधीक्षक को बताया कि पहले भी एचओडी द्वारा अन्य स्टाफ के साथ इसी तरह का व्यवहार किया गया है। इस मामले में अस्पताल अधीक्षक डॉ अतुल देशकर ने पहले स्टाफ नर्स दामिनी देशमुख और ओटी में ड्यूटी कर रहे स्टाफ से घटना क्रम की मौखिक जानकारी ली है। फिर स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों से चर्चा की। जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अतुल देशकर ने बताया कि मामले की जांच करने पांच डॉक्टरों की कमेटी गठित की गई है। इसमें डॉ. अजय कोसाम, डॉ. दुर्गा कोसाम सहित अन्य डॉक्टरों को शामिल किया गया है। डॉक्टरों की कमेटी इस मामले में पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेगी। सर्जरी विभाग की एचओडी डॉ. सुनीता मेश्राम और सहयोगी स्टाफ नर्स दामिनी देशमुख का बयान लेगी वहां मौजूद अन्य स्टाफ का बयान लिया जाएगा। दोनों पक्षों का बयान लेने के बाद डीन को मामले की रिपोर्ट सौंपी जाएगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। घटना की सूचना मिलते ही वहां पहुंचे छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने मामले में अधीक्षक से चर्चा की और एचओडी पर कार्रवाई की मांग रखी। ओटी स्टाफ ने एचओडी के खिलाफ विरोध जताया। इस दौरान बड़ी संख्या में नर्सेज मौजूद रही। संघ के उप प्रांताध्यक्ष एल धनकर, जिला अध्यक्ष लभेश पगारे ने एचओडी द्वारा स्टाफ से अभद्र व्यवहार और घटना को लेकर विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा ऐसे व्यवहार से स्टाफ भय में काम करता है। ओटी में इस तरह का व्यवहार करना सही नहीं है इससे ऑपरेशन में चूक होने की आशंका रहती है।