सर्दी बढ़ते ही मंदिरों में आरती का समय बदला, भगवान को गर्म वस्त्र पहनाने शुरू

भास्कर न्यूज | लुधियाना सर्दी की दस्तक के साथ ही मंदिरों में आरती के समय में जहां बदलाव हुआ, वहीं प्रसाद को लेकर भी बदलाव हुए हैं। अब ठाकुरजी को भोग में गर्म चीजें अर्पित की जा रही हैं। फूलों से भी अब ठाकुरजी को परहेज होगा। ताकि सर्दी में ठाकुरजी पर फूलों के पानी का असर न हो। सुबह एक घंटे देर से मंदिर के कपाट खुल रहे हैं तो शाम को एक घंटे पहले ही मंदिर के कपाट बंद होने का समय है। श्री गोविंद गोधाम मंदिर में ठाकुर जी को सर्दियों में गर्म पानी से स्नान करवाया जा रहा है और गर्म वस्त्र पहनाए जा रहे हैं ताकि उन्हें गर्माहट मिल सके। पंडित अलोक शास्त्री, सुंदर दास धमीजा, अशोक धवन ने बताया कि मंगला आरती के समय सुबह 5:30 ही है। सुबह 8 बजे भक्त दर्शनों के लिए आ रहे है। शाम के समय आरती का समय 7 बजे की जगह 6 बजे किया है। प्रसाद में भक्त ठाकुर जी को ड्राइफ्रूट का हलवा, गजरेला, केसर युक्त गर्म दूध व अन्य गर्माहट वाली चीजों का भोग लग रहा है। इस्कॉन मंदिर सिविल लाइन के आश्रय गिरी राज ने बताया कि सुबह 4:30 बजे मंगला आरती का समय है, जिसमें बदलाव नहीं किया है। दोपहर 1 बजे तक मंदिर के कपाट खुले रहेंगे। इसके पश्चात कपाट खुलने का समय 4 से 8 बजे रहेगा। वहीं, शाम की आरती 7 बजे की बजाए 6:30 बजे होगी। भगवान जगन्नाथ, बलदेव, और सुभद्रा जी को गर्म पानी से स्नान करवाया जा रहा है और गर्म वस्त्र पहनाए गए हैं। इसके अलावा भक्तों की ओर से सूखा मेवा, फल, पंचामृत, मखाना, खीर, बेसन का हलवा, चने की पंजीरी आदि का भोग लगेगा। श्री मुक्तेश्वर धाम शिव मंदिर चहला के पंडित सुरेश गुरु ने बताया कि मंदिर में पूजा का समय सर्दियों की वजह से आरती का समय सुबह 5 बजे की जगह 6:30 बजे किया है। वहीं शाम को आरती का समय 7 की जगह अब 5:30 ​कर दिया है। भक्त भोले नाथ जी अन्य देवी देवताओं को गर्म वस्त्र जोकि अपने हाथों से तैयार कर लाए है उन्हें पहनाएं गए है। प्रसाद के तौर पर गच्चक, मूंगफली, पेड़ा, काजू-बादाम से बनी पंजीरी आदि अर्पित किए जा रहे है। श्री संकट मोचन राम दरबार मंदिर एवं धर्मशाला जगरांव पुल के पंडित शिवम भारद्वाज ने बताया कि मंदिर में सुबह आरती का समय 6:30 बजे है। जबकि मंगला आरती का समय सुबह 5:30 तक रहेगा। शाम के समय भी आरती 6 बजे होती है। प्रभु को सर्दियों में रबड़ी व पेड़ा, काजू, बादाम, सूबा मेवा व गर्मं दूध में पिस्ता मिलाकर भी दिया जाता है।

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