श्रावणी मेले के दौरान दिल्ली भाजपा अध्यक्ष और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जलार्पण कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर बासुकीनाथ तक की कांवर यात्रा पूरी की और फिर बाबा की नगरी में पहुंचे। मंदिर में जल अर्पण के दौरान उनके साथ गोड्डा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे भी मौजूद रहे। दोनों ने कहा कि बाबा भोलेनाथ का दर्शन और पूजन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मनोज तिवारी ने इस अवसर पर कहा कि बाबा पर उनका विश्वास बचपन से है और यह यात्रा उनके लिए भावनात्मक रूप से अत्यंत विशेष रही। दुम्मा बॉर्डर पर हुआ भव्य स्वागत, शिविरों में भी उमड़ा उत्साह देवघर पहुंचने पर दुम्मा बॉर्डर के पास मनोज तिवारी का भव्य स्वागत किया गया। रास्ते में कांवरियों और शिविरों में रुके श्रद्धालुओं ने उन्हें पुष्प-मालाओं से सम्मानित किया। कई लोगों ने उनके साथ तस्वीरें लीं और जयकारे लगाए। मनोज तिवारी ने यात्रा के दौरान व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि इस बार प्रशासन द्वारा कांवड़ियों के लिए विशेष पथ बनाया गया है जिससे यात्रियों को सुगमता से चलने में सुविधा हुई। उन्होंने आशा जताई कि अगले वर्ष यह यात्रा और भी भव्य रूप में आयोजित होगी तथा इससे श्रद्धालुओं की संख्या में और बढ़ोतरी होगी। श्रावणी मेले को दिलाएंगे राष्ट्रीय मेला का दर्जा बाबा मंदिर में दर्शन के बाद मनोज तिवारी ने कहा कि श्रावणी मेला केवल झारखंड का नहीं, बल्कि देश का एक महान धार्मिक आयोजन है, जिसे राष्ट्रीय मेला का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाबा बैद्यनाथधाम की ख्याति देश और विदेश में फैली हुई है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने इस विषय को संसद में उठाने और केंद्र सरकार से इसे राष्ट्रीय मेला घोषित करने की मांग करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि इससे देवघर और आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन और विकास को नई गति मिलेगी। बाबा की कृपा से संकल्प हुआ पूरा गोड्डा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने कहा कि मनोज तिवारी का यह संकल्प 2010 से था कि वे बाबा बैद्यनाथ को जल अर्पित करेंगे। बाबा की कृपा से यह संकल्प आज पूरा हुआ। उन्होंने बताया कि वे खुद भी दुम्मा बॉर्डर से पैदल चलकर बाबा मंदिर तक पहुंचे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म के प्रचार और जनआस्था को सशक्त बनाने में मनोज तिवारी का विशेष योगदान रहा है। बाबा मंदिर परिसर में तिवारी ने भोजपुरी भजन भी गाए, जिससे श्रद्धालुओं में खासा उत्साह दिखा। मंदिर प्रांगण ‘बम बम बोल रहा है काशी’ जैसे गीतों से गूंज उठा।