कोटा के साइबर थाना पुलिस ने कार्यवाही करते हुए कास्टिंग व मॉडलिंग के नाम पर साइबर ठगी करने के मामले में दूसरे आरोपी को पकड़ा है। आरोपी भोला बराता, इस मामले में पहले गिरफ्तार आरोपी दीपक मीणा को फर्जी नाम से सिम उपलब्ध करवाता था। आरोपी ने 1200 रुपए एक सिम के हिसाब से चार सिम आरोपी दीपक को उपलब्ध करवाई थी। मामले में 6 अक्टूबर को ही पुलिस ने आरोपी दीपक को गिरफ्तार किया था। इससे पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ऑनलाइन ठगी, साइबर फ्रॉड करने के लिए भोला से सिम लेता था, इसी से कास्टिंग के नाम पर युवतियों को जाल में फंसाता था और पेमेंट करवाता था। जिसके बाद पुलिस ने दीपक की निशान देही पर आरोपी भोला को गिरफ्तार किया। ई मित्र संचालक के अकाउंट में डलवाता था रुपए 21 सितंबर को विज्ञान नगर के रहने वाले ई मित्र संचालक समीर हुसैन ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया था कि दीपक मीना उसकी दुकान पर आता है जो उसके अकाउंट में ऑनलाइन रुपए डलवाता है और नगद रुपए लेकर जाता है। जिसके चलते समीर के अकाउंट पर अलग-अलग जगह से साइबर फ्रॉड की कप्लेंट लगी थी। जब समीर ने इसके बारे में जानकारी जुटाई तो सामने आया कि दीपक मीणा के किए गए ट्रांजेक्शन की वजह से ऐसा हुआ है। कास्टिंग के नाम पर लड़कियों से ऐंठता था रुपए पुलिस ने बताया कि दीपक मीणा ने अपने मोबाइल में फर्जी कास्टिंग कंपनी का अकाउंट बना रखा था। जिसके जरिए वहां लड़कियों को कास्टिंग के नाम पर काम दिलाने के लिए बात करता और पैसों की डिमांड करता और रुपए ई मित्र संचालक के अकाउंट में डलवा देता था। दीपक ने ठगी में काम आने वाली सिम भोला से खरीदी थी। भोला ने अपनी पत्नी, भाई, बहन के नाम पर सिम जारी करवाई थी।