साय सरकार का एक साल…:2028 तक छत्तीसगढ़ की जीडीपी को 10 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने का टारगेट, पीएससी पर लौटा युवाओं का विश्वास

छत्तीसगढ़ की साय सरकार 13 दिसंबर को अपना एक साल पूरा कर रही है। इसके एक दिन पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपनी सरकार के 10 मंत्रियों के साथ एक साल का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि छत्तीसगढ़ आने वाले साल को स्वर्ण जयंती के रूप में मनाने जा रहा है। सरकार ने 2028 तक प्रदेश का जीडीपी दस लाख करोड़ तक पहुंचाने का टारगेट रखा है। इस एक साल में प्रदेश के युवाआें का पीएससी पर विश्वास फिर से लौट आया है। सीएम ने पत्रकार वार्ता में कहा कि मोदी की गारंटी के रूप में किए सभी बड़े वादों को पूरा कर हमने जनता के विश्वास को कायम रखा है। एक साल में छत्तीसगढ़ ने विकास के अनेक नये आयाम स्थापित किए हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान हमने लोगों से वादा किया था कि हमारी सरकार बनी तो प्रदेश में सुशासन की स्थापना करेंगे। भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करेंगे। सरकार बनते ही हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ तत्परता के साथ कार्यवाही की। जो लोग भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त पाए जा रहे हैं, उन्हें जेल भेजा जा रहा है। कांग्रेस सरकार में पांच साल था विश्वास का संकट
साय ने कहा कि हमने बीते एक साल को विश्वास का वर्ष घोषित किया है। पूर्ववर्ती सरकार के पांच साल का समय विश्वास के संकट का समय था। पूर्ववर्ती सरकार ने ‘जन घोषणा पत्र’ में किए गए वादों से मुकरते हुए न केवल प्रदेश बल्कि पूरे लोकतंत्र के लिए ही भरोसे का संकट पैदा कर दिया था। सीएम ने कहा- किसानों, गरीबों और महिलाओं से किया वादा पूरा किया
साय ने कहा कि किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की रिकॉर्ड खरीदी की। धान बोनस का दो साल का बकाया 3716 करोड़ रुपए भी किसानों को दिया। महतारी वंदन योजना शुरू की गई। जरूरतमंद परिवारों के लिए 18 लाख पीएम आवास दे रहे हैं। तेन्दूपत्ता संग्रहण दर 5500 रुपए मानक बोरा किया गया है। प्रतिभाओं को निखारने नालंदा परिसर की तर्ज पर 13 निकायों में हाईटेक लाइब्रेरी
नई शिक्षा नीति को रोजगार परक बनाया है। प्रतिभाओं को निखारने रायपुर के नालंदा परिसर की तर्ज पर प्रदेश की 13 नगरीय निकायों में हाईटेक लाइब्रेरियों का निर्माण किया जा रहा है। वादे के मुताबिक हमने सीजीपीएससी परीक्षा प्रणाली को बेहतर बनाया है। पूरी पारदर्शिता के साथ परीक्षाएं हुई और उनके परिणाम घोषित हुए। प्रतिभाओं का विश्वास पीएससी पर लौट आया है। रिपोर्ट कार्ड की प्रमुख बातें

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