सारंडा जंगल में सुरक्षा बलों ने 7 आईईडी किया डिफ्यूज:जमीन के नीचे बने बंकरों को किया ध्वस्त; प्रिंटर, कारतूस और लेथ मशीन बरामद

पश्चिमी सिंहभूम स्थित सारंडा जंगल में सुरक्षा बलों ने बड़ी कामयाबी हासिल की। यहां बाबूडेरा में जमीन के नीचे बनाए गए 11 बड़े बंकरों में नक्सलियों के शीर्ष नेता और मिसिर बेसरा और उसकी टीम के ठहरने की व्यवस्था थी। इन बंकरों का आकार 25 गुना 35, 20 गुना 25 और 15 गुना 20 फीट का था। बंकरों से प्रिंटर, दो बैटरी, कारतूस, लेथ मशीन, 18 पाइप, 15 मीटर तार और अन्य दैनिक उपयोग के सामान बरामद किए गए हैं। वहीं टोंटो थाना क्षेत्र अंतर्गत वन ग्राम लुइया और बकराबेरा के आसपास चलाए गए सर्च अभियान के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों ने दो आईईडी बरामद किया है। सीआरपीएफ, कोबरा और झारखंड जगुआर के जवानों ने चलाया अभियान
सारंडा जंगल के बाबूडेरा इलाके में माओवादियों के शीर्षस्थ नेता मिसिर बेसरा के कैंप तक फोर्स पहुंच गई। सीआरपीएफ, कोबरा व झारखंड जगुआर के जवानों द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान के दौरान एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा के सुरक्षा घेरे के लिए बनाये गए 11 बंकर सहित छह मोर्चों को ध्वस्त किया गया है। वहीं, मौके पर मिले सात आईईडी में से 7 को डिफ्यूज्ड कर दिया गया। जिले के एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि बाबूडेरा के पास के जंगल में पुलिस और सुरक्षा बलों को लक्षित कर पूर्व में लगाए गए 5 आईईडी बरामद किया है। इनमें एक आईईडी 15 किलोग्राम, दो 10 किलोग्राम और दो 5 और दो 4 किलोग्राम के आईईडी हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से उन्हें मौके पर ही डिफ्यूज्ड कर दिया गया। इसके अलावा 11 बंकर और 6 मोर्चों को भी ध्वस्त किया गया है। आईईडी ब्लास्ट में एक जवान शहीद
बीते शनिवार को सारंडा जंगल में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी ब्लास्ट में झारखंड जगुआर के जवान सुनील धान शहीद हो गए थे। वहीं, कोबरा बटालियन-203 के हेड कांस्टेबल विष्णु सैनी गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें एयरलिफ्ट कर रांची के राज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। यह घटना सारंडा के जराईकेला ओर छोटानागरा थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके में हुई थी।

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