चाकुलिया पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया प्रखंड अंतर्गत सिमदी पंचायत के एक मुखिया ने अपने पंचायत के बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर, टीचर व अधिकारी बनाने के लिए पंचायत भवन के ज्ञान केंद्र में निःशुल्क पढ़ाई शुरू करवाई है। काफी दिनों से बेकार पड़े इस ज्ञान केंद्र को मुखिया व ग्राम प्रधान के सहयोग से छात्र-छात्राओं के पठन पाठन के लिए सुलभ बना दिया। यहां सप्ताह में एक दिन प्रत्येक रविवार को कक्षा एक से दशम वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दिया जा रहा है। वही कंप्यूटर की क्लास भी दी जा रही है। एक महीने के भीतर लगभग 20 बच्चे यहां आकर नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। हम बात कर रहे है प्रखंड कार्यालय से करीब 10 किमी दूर सिमदी पंचायत के मुखिया साहेब राम मांडी और ग्राम प्रधान कोकिल चंद्र महतो की। इन्होंने पंचायत के समाजसेवियों को लेकर शिक्षा के क्षेत्र में विकास के लिए एक नया प्रयास शुरू कर दिया है। उनके इस प्रयास से सुदूरवर्ती ग्रामीण अंचलों के छात्रों का उत्साह भी बढ़ रहा है। मुखिया साहेब राम मांडी व ग्राम प्रधान कोकिल चंद्र महतो ने दैनिक भास्कर के संवाददाता को बताया कि झारखंड सरकार की ओर से चाकुलिया प्रखंड में सिमदी, बेंद, चालुनिया तथा जामुआ पंचायत भवन को ज्ञान केंद्र (लाइब्रेरी) की व्यवस्था कराई गई थी। इस दौरान 26 जनवरी के दिन झंडोत्तोलन के बाद पंचायत भवन में सभी बैठे हुए थे। तभी मुखिया व ग्राम प्रधान ने लाइब्रेरी के माध्यम से ग्रामीण बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने का निर्णय लिया गया था। जिसके कुछ दिनों बाद ही पंचायत के समाजसेवियों से संपर्क किया गया। जहां शिक्षक के तौर पर कक्षा एक से दशम वर्ग के लिए समाजसेवी गुणाधर महतो, कृष्णा पद महतो, ग्याल नायक, हरिश चंद्र महतो तथा कंप्यूटर के लिए हेमंत महतो और त्रिदिवेश नायक से संपर्क करने पर उन्होंने नि:शुल्क शिक्षा देने के लिए राजी हो गए। जानकारी हो कि शुरूआत में पंचायत के विभिन्न गांव से करीब 14 बच्चे पहुंचे थे। फिलहाल एक माह के भीतर ही विभिन्न गांव के 20 बच्चे निशुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। वर्तमान समय में इस ज्ञान केंद्र में गणित, अंग्रेजी, विज्ञान और कंप्यूटर की पढ़ाई हो रही है । यहां पढ़ने वाले छात्रों के लिए यह शिक्षा पूरी तरह से नि:शुल्क है। मुखिय ने कहा कि भविष्य में इसके विस्तार करने की योजना है । ताकि क्षेत्र के अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिल सके और वह अपने स्वर्णिम भविष्य के निर्माण में एक कदम आगे बढ़ सके। ज्ञान केंद्र में खुद पहुंच जाते हैं बच्चे : मुखिया साहेब राम मांडी ने बताया कि अभिभावकों को अपने बच्चों को स्कूल छोडने के लिए रोजाना जाना पड़ता है। लेकिन यहां वैसा कुछ नहीं है। बल्कि बच्चे पढ़ने के लिए खुद समय पर ज्ञान केंद्र पहुंच जाते हैं। जानकारी हो कि कक्षा दोपहर एक से शाम चार बजे तक चलती है।