अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) ने कांके में हुए जमीन घोटाला की जांच तेज कर दी है। 30 जुलाई को इस मामले में सीआईडी में दर्ज प्राथमिकी के बाद जल्द ही कुछ गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। सीआईडी इसकी तैयारी में है। इस केस में कांके रिजॉर्ट के मालिक ब्रजेश कुमार सिंह व जमीन माफिया कमलेश कुमार, उमेश टोप्पो, शंकर कुजूर, राजेश लिंडा, रंजीत टोप्पो, कुन्ना टोप्पो, सूरज टोप्पो, मादी टोप्पो आदि नामजद आरोपी हैं। अन्य आरोपियों में कांके अंचल के कर्मचारी व अधिकारी भी शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में ही आरोपियों पर दोष साबित हो चुके हैं। कांके में जमीन घोटाला केस में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच के क्रम में ईडी ने पूर्व में कमलेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कमलेश वर्तमान में जमानत पर जेल से बाहर है। कांके अंचल क्षेत्र के चामा मौजा निवासी घोड़े उरांव की शिकायत की सीआईडी ने जांच की थी। सीआईडी ने जांच के क्रम में गवाहों का बयान लिया था। वहीं दस्तावेजों की जांच की गई थी। जिसमें जमीन मामले में फर्जीवाड़ा साबित हो चुका है। जांच में यह पाया गया है कि आरोपियों ने एक साजिश के तहत घोड़े उरांव की जमीन की प्रकृति बदली, फर्जी दस्तावेज तैयार कर गैर आदिवासियों को बेच दी।