छत्तीसगढ़ के मोस्ट वांटेड नक्सली हिड़मा के गांव से परीक्षित त्रिपाठी की रिपोर्ट पूवर्ती (सुकमा)|नक्सलियों के सीसी मेम्बर हिड़मा का गांव पूवर्ती, मानसून आते ही साल के छह महीने देश-दुनिया से कटा रहता था। बारिश होने की सूरत में भी गांव तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क नहीं थी। यदि किसी को गांव तक जाना भी हो तो यहां प्रवेश के लिए नक्सलियों की अनुमति जरूरी थी। गांव तक पहुंचना आम लोगों के लिए आसान नहीं था और गांव से बाहर निकलना भी गांव वालों के लिए मुमकिन नहीं था। हालात ऐसे थे कि यदि गांव में काेई बीमार हो जाए तो इलाज मिलता ही नहीं था, लेकिन पूवर्ती गांव की यह तस्वीर अब बदल गई है। इसकी तस्वीर सीआरपीएफ ने बदली है। फोर्स ने हाल ही में पूवर्ती गांव में नया कैंप स्थापित किया है। जवानों ने गांव तक पहुंचने के लिए पहले सड़क बनाई। इसके बाद गांव के बच्चों को शिक्षित करने के लिए गुरुकुल खोला और अब पूवर्ती के सीआरपीएफ कैंप में ही जवानों ने अस्पताल खोल दिया। यहां डॉक्टर तैनात हैं। बरसात के मौसम में इलाके में सर्पदंश के शिकार लोगों की मौत हो जाती थी लेकिन अस्पताल खुलने से इन मरीजों का समय पर इलाज कर जान बचाई जा रही है। नक्सल मोर्चे में एक तरफ सीआरपीएफ जवान नक्सलियों का खात्मा कर रहे हैं तो दूसरी ओर हॉस्पिटल के जरिए आदिवासियों की जान भी बचा रहे हैं। आरोग्यधाम हॉस्पिटल में मुफ्त है बीमारियों का इलाज नक्सल प्रभावित पूवर्ती गांव में सुकमा जिला प्रशासन के सहयोग से सीआरपीएफ ने यहां आरोग्यधाम हॉस्पिटल शुरू किया है। यहां 16 बीमारियों का उपचार सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की तरह आधुनिक तरीके से किया जाता है। नि:शुल्क जांच उपचार एवं दवाइयों की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध है। हॉस्पिटल में आधुनिक मेडिकल उपकरणों से लैस एंबुलेंस की भी सुविधा उपलब्ध है, ताकि गंभीर स्थिति में भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ सुरक्षित हायर सेंटर रेफर किया जा सके। पहले चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में उचित इलाज नहीं मिलने से ग्रामीणों की मौत हो जाती थी। हॉस्पिटल प्रारंभ होने से ग्राम पूवर्ती और आसपास के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का नि:शुल्क लाभ मिल रहा है। कई जांच अब गांव में ही हो रही है। चिकित्सा के पर्याप्त इंतजाम : फील्ड हॉस्पिटल में एचबी, एफबीएस/पीपीबीएस/आरबीएस, लिपिड प्रोफाईल, लीवर फंक्शन टेस्ट, किडनी टेस्ट, यूरिन टेस्ट, मलेरिया कार्ड टेस्ट, डेंगू किट टेस्ट, टाइफाइड किट टेस्ट,संपूर्ण रक्त का थक्का जमने का परीक्षण (सांप के काटने पर), ईसीजी, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 2 सिलेंडर और मास्क, डिफाइब्रिलेटर, बीएलएस/एसीएलएस एम्बुलेंस, एम्बू बैग की सुविधाएं यहां उपलब्ध हैं। कौन है नक्सली हिड़मा : पूवर्ती गांव का रहने वाला है, माओवादियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी बटालियन-1 का हेड रह चुका है। हिड़मा माओवादी स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य भी है, इसके साथ ही सीपीआई माओवादी की 21 सदस्यीय सेंट्रल कमेटी का सदस्य भी है। झीरम घाटी हमले से लेकर 27 से ज्यादा हमलों का मास्टरमाइंड रहा है।