सीएम ने रखी सबसे बड़े इस्कॉन मंदिर की नींव:डॉ.यादव का ऐलान- रोड का नाम ‘श्रीमद् अभयचरणाविंद भक्तिवेदांत श्रील प्रभुपाद मार्ग’ होगा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के काेलार स्थित इस्कॉन मंदिर का रविवार को भूमिपूजन किया। सीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत की पहचान राम और कृष्ण से है। अगर आप विदेश में जाकर यह कह दो कि आप राम और कृष्ण के देश से हो तो वह समझ जाएगा कि आप भारतीय हो। इस कृष्ण भावनामृत को जगाने में इस्कॉन के संस्थापकाचार्य श्रील प्रभुपाद का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने पूरी दुनिया में हरे कृष्ण नाम की अलख जगाई है। सीएम ने ऐलान किया कि आज से इस मार्ग का नाम ‘श्रीमद् अभयचरणाविंद भक्तिवेदांत श्रील प्रभुपाद मार्ग’ होगा।
सीएम ने कहा कि आज हम इस जगह पर भूमिपूजन कर रहे हैं। बहुत ही जल्द यहां पर भगवान राधा गोविंद को एक भव्य मंदिर भी होगा। उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार गो रक्षा के लिए काम कर रही है। हम किसानों के हितों में काम कर रहे हैं। भूमिपूजन कार्यक्रम का शुभारंभ जगन्नाथपुरी, इंदौर और वृंदावन से आए पुरोहितों ने किया। प्रभात में यज्ञ हुआ, जिसमें कई गृहस्थों ने यजमान के रूप में भाग लिया। इसके बाद इस्कॉन वर्ल्ड वाइड के प्रेसीडेंट और जीबीसी गुरुप्रसाद स्वामी महाराज ने अनंत शेष की स्थापना और पहली ईंट रखी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए परमपूज्य गुरुप्रसाद महाराज ने कहा कि भगवान बहुत दयालु है। उन्हें किसी चीज की कमी है, लेकिन वो हमें सेवा करने का मौका देते हैं। मंदिर के रूप में भगवान ने हमें अपनी सेवा करने का मौका दिया है। उन्होंने कहा कि प्रभुपाद चाहते थे कि भारत के हर शहर के हर कोने में मंदिर हों ताकि लोग कृष्णभावना भावित हो सके।
उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को बताया कि आने वाले पांच साल में यहां एक श्रीश्री राधा-गोविंद मंदिर होगा। जिसमें श्रीश्री राधा-गोविंद (राधा-कृष्ण), कृष्ण-बलराम, गौर-निताई (चैतन्य महाप्रभु, नित्यानंद प्रभु), श्रीश्री नृसिंह देव, जगन्नाथ बलदेव सुभद्रा महारानी और सुदर्शन के विग्रह होंगे। यह मध्यभारत का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर होगा। वर्तमान में इसकी अनुमानित लागत 100 करोड़ लगाई गई है। 8 एकड़ के प्रोजेक्ट में मंदिर, भगवत गीता स्कूल, ऑडिटोरियम, रेस्टोरेंट और प्रभुपाद नगर होगा इस्कॉन भक्ति योगा कल्चरल सेंटर (BYC) के अध्यक्ष रसानंददास ने बताया कि यहां एक गोशाला बनाई जाएगी। वर्तमान गोशाला में अभी 10 गोवंश हैं। इसके अलावा एक सेमिनार हॉल होगा, जिसमें एक साथ 200 लोग बैठ पाएंगे। इसके अलावा एक कल्चरल सेंटर बनाया जाएगा। इसकी क्षमता 500 लोगों की होगी। इसके अलावा पूरी दुनिया में इस्कॉन के बहरीन महाप्रसाद को सर्व करने वाला रेस्टोरेंट ब्रांड गोविंदाज भी शुरू किया जाएगा। जिस परिसर में मंदिर होगा उसी में गृहस्थ भक्तों के लिए एक कॉलोनी प्रभुपाद नगर भी बसाया जाएगा। इस दौरान कल्चर कार्यक्रम भी हुआ। कई शहरों से आई कीर्तन मंडलियों ने चार घंटे तक जोरदार कीर्तन किया। लोग हरे कृष्ण महामंत्र की धुन पर नाच उठे। इसके अलावा इस्काॅन गर्ल्स फोरम की स्टूडेंट्स ने ओडिशी नृत्य और वैष्णव गीत गाए। कार्यक्रम के अंत में भंडारा प्रसाद रखा गया जिसमें करीब ढाई हजार लोगों ने भगवान का महाप्रसाद पाया। पहली बार कोलार में इस्काॅन निकालेगा जगन्नाथ रथ यात्रा
इस्कॉन कोलार के आने के बाद कोलार क्षेत्र में पहली बार भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा भी निकाली जाएगी। ये यात्रा हर साल जुलाई माह में होती है। इस बार इस्कॉन बीवायसी कोलार क्षेत्र में जगन्नाथ रथयात्रा निकालेगा। इसमें पुरी से आए विग्रह होंगे। भगवान जगन्नाथ पूरे कोलारवासियों को अपना आशीष देंगे। प्रभुपाद के चरण चिह्न देकर सम्मान किया
इस्काॅन मध्यप्रदेश के जोनल सेक्रेटरी महामन प्रभु और जीबीसी गुरु प्रसाद स्वामी महाराज ने इस अवसर पर सीएम मोहन यादव को श्रीप्रभुपाद के चरण चिह्न देकर सम्मानित किया। इसके अलावा मंच पर उपस्थित विधायक रामेश्वर शर्मा, सेज ग्रुप के सीएमडी संजीव अग्रवाल, परम पूज्य भक्ति जीवन व्रजआनंद स्वामी महाराज, इस्कॉन गोशाला प्रोजेक्ट के प्रमुख सनक सनातन प्रभु, इसरो के पूर्व वैज्ञानिक एवं इस्कॉन ब्यूरो के मेंबर शंखधारी प्रभु व इस्कॉन किसान मिनिस्टरी के प्रमुख कलाकंठ प्रभु का शाल श्रील एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।

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