राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रविवार सुबह 9:30 बजे पूंछरी का लौठा पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले मुकुट मुखारविंद में पूजा अर्चना की। इसके बाद वे श्रीनाथजी मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने श्रीनाथजी के दर्शन कर पूजा अर्चना की। पूजा के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कई विकास कार्यों का लोकार्पण किया। डीग के पूंछरी का लौठा परिक्रमा मार्ग को चार जोन में बांटकर विकसित किया जाएगा। सरकार के एक साल पूरे होने पर सीएम और वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने पहले जोन का शिलान्यास किया। वहीं वेदांता ग्रुप ने पहले जोन के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए देने की घोषणा की। सीएम ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में तीर्थों का विकास हो रहा है और साथ ही बुनियादी ढांचे का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। प्रदेश में सड़कों और नए एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाने के लिए निरंतर काम किया जा रहा है, जिसका फायदा श्रद्धालुओं को भी मिलेगा। परिक्रमा करने के लिए हर साल देश-विदेश से लगभग 2 करोड़ श्रद्धालु आते हैं। यह 21 किलोमीटर की परिक्रमा भारतीय परिवारों के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है। श्रद्धालु नंगे पैर या दंडवत परिक्रमा करते हैं, और छप्पन भोग के प्रसाद से सजी झांकियां त्योहार का माहौल बनाती हैं। परिक्रमा में 1.2 कि.मी का राजस्थान में पड़ने वाला हिस्सा परिक्रमा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें श्रीनाथजी, पूंछरी का लौठा आदि प्रमुख मंदिर और अप्सरा एवं नवल कुंड जैसे कई पवित्र स्थल हैं। पूंछरी में शीघ्र ही पूरे देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं मिल सकेंगी। कार्यक्रम का संचालन उमेश प्रजापति, अनुपमा चीमा ने किया। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने सीएम भजनलाल को तुलसी का पौधा देकर जन्मदिन की शुभकामनाएं दी गई। 4 चरणों में बांटा परिक्रमा मार्ग परिक्रमा पथ के विकास के लिए चार जोन बनाए गए हैं। दूसरे जोन में भव्य प्रवेश एवं निकास द्वार, मार्ग का सौंदर्यीकरण, रोशनी, विश्राम मंडप, पेयजल सुविधाओं, फूड जॉइंट एवं स्टॉल, भगवान श्री कृष्ण से संबंधित मूर्तियां, गैलरियों का निर्माण जैसे कार्य करवाए जाएंगे। तीसरे जोन में परिक्रमा मार्ग के बाहर कई सुविधाओं का विकास किया जाएगा, जिनमें एंट्री प्लाजा, ग्रीन कैनाल वाटरफ्रंट, पार्किंग, गोठ स्थल, भजन एवं कीर्तन स्थल, पौराणिक आर्ट गैलरी, गिरिराज जी म्यूजियम, सांस्कृतिक केंद्र, आध्यात्मिक केंद्र, और आर्ट विलेज शामिल हैं। चौथे जोन में एक 250 फुट ऊंची मूर्ति बनाई जाएगी। प्रथम चरण में यह धार्मिक स्थल होंगे विकसित… गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना के प्रथम चरण में श्रीनाथ जी मंदिर, पूंछरी का लौठा मंदिर, दाऊजी का मंदिर, गंगा मंदिर, नरसिंह जी मंदिर, मुखारबिंद, अप्सरा कुंड एवं नवल कुंड, फाउंटेन, राधा वाटिका, बोटेनिकल गार्डन, लोटस पौंड, मयूर वाटिका, विष्णु अवतार गार्डन शामिल हैं। कार्यक्रम में यह रहे मौजूद… इस कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत,मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, राज्य धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, विधायक डॉ. शैलेष सिंह, बहादुर सिंह कोली, नौक्षम चौधरी, डॉ. ऋतु बनावत, प्रभारी सचिव डीग वी सरवन कुमार, संभागीय आयुक्त रश्मि गुप्ता, श्रुति भारद्वाज , कलेक्टर उत्सव कौशल, एससी राजेश मीणा मौजूद रहे