मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोमवार को नक्सल उन्मूलन अभियान की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जैसे जिलों में सुरक्षा और विकास दोनों को साथ लेकर चलना है। उन्होंने कहा कि नक्सल उन्मूलन केवल एक अभियान नहीं, बल्कि बस्तर और छत्तीसगढ़ के भविष्य को सुरक्षित करने का मिशन है, जिसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता स्वीकार्य नहीं है। नक्सल विरोधी अभियानों में आपसी समन्वय और सूचना संकलन तंत्र को मजबूत करते हुए प्रभावी कार्रवाई की जाए। पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं और मार्च 2026 तक नक्सलवाद की समाप्ति हमारा लक्ष्य है। बीजापुर में 28.50 रु. लाख के 24 नक्सलियों का सरेंडर बीजापुर जिले में 28.50 लाख रुपए के इनामी 14 समेत 24 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इसमें 5 लाख के इनामी भैरमगढ़ एरिया कमेटी का एसीएम सुदरू हेमला उर्फ राजेश, 5 लाख की इनामी परतापुर एरिया कमेटी की एसीएम कमली मोड़ियम उर्फ उर्मिला, 3 लाख की इनामी गंगालूर एरिया कमेटी की एलओएस डिप्टी कमांडर जयमोती पुनेम, 2 लाख के इनामी एओबी के सीसीएम उदय का सुरक्षा गार्ड कमांडर शामनाथ कुंजाम समेत 24 नक्सली शामिल हैं। समर्पित नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत प्रोत्साहन राशि भी दी गई।