पौष का महीना सोमवार से शुरू हो रहा है। इसके पहले दिन की पूर्व संध्या पर रविवार को श्री आरती शिव दुर्गा मंदिर करतार नगर, छेहर्टा परम संत अद्वैत स्वरूप श्री आरती देवा जी महाराज ने संक्रांति के मौके सत्संग किया और इस महीने की महिमा-महत्ता बारे जानकारी दी। परम संत ने कहा कि पौष मास का शास्त्रों में अत्यधिक महत्व बताया गया है। सूर्य प्रतिकूल हो तो हर कार्य में असफलता नजर आती है। ऐसी स्थिति में सूर्य यंत्र की प्रतिष्ठा कर धारण करने से या पूजन करने से सूर्य का शीघ्र ही सकारात्मक फल प्राप्त होने लगता है। उनका कहना है कि सूर्य देव की आराधना के लिए पौष माह अति उत्तम माना जाता है। । आगे सुमित शास्त्री ने कहा कि मान्यता यह भी है कि पौष महीने में मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए।