सलूंबर से सटे सेरिया गांव में बुधवार सुबह हड़कंप मच गया। महाकालेश्वर महादेव मंदिर के पास खेतों की झाड़ियों में एक नर लेपर्ड अंतिम सांसें लेता हुआ मिला। ग्रामीणों ने लेपर्ड की गतिविधि देखकर तुरंत वन विभाग को सूचना दी। खेत में पैंथर की मौजूदगी से खेत मालिक और आसपास के लोग दहशत में आ गए। सूचना मिलते ही वनपाल नाका सलूंबर से उदय सिंह चुंडावत, रविंद्र सिंह शेखावत, विजय सुथार और विजय राज सहित वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने दूर से पैंथर की गतिविधि न दिखने पर सावधानी से नजदीक जाकर देखा। पैंथर अंतिम सांसें ले रहा था और कुछ ही मिनटों में उसकी मौत हो गई। वन विभाग की टीम मृत पैंथर को सलूंबर जिला मुख्यालय स्थित वन विभाग कार्यालय ले गई। क्षेत्रीय अधिकारी दिलीप सिंह ने प्रारंभिक जांच में बताया कि पैंथर की उम्र लगभग 8 से 9 वर्ष थी। उन्होंने आशंका जताई कि ठंड के मौसम में निमोनिया उसकी मौत का कारण हो सकता है। हालांकि, मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। वन विभाग ने नियमों के अनुसार पैंथर का पोस्टमार्टम शुरू कर दिया है। विभाग पूरे मामले की जांच कर रहा है और आसपास के क्षेत्र में वन्यजीवों की गतिविधि को देखते हुए पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी गई है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से इलाके में पैंथर की आवाजाही देखी जा रही थी। खेतों में मृत अवस्था में पैंथर का मिलना पूरे गांव के लिए चिंता का विषय बन गया है।


