पॉलिटिकल रिपोर्टर| रांची भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के तत्वावधान में शनिवार को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की क्षेत्रीय समीक्षात्मक बैठक हुई। केंद्रीय पशुपालन मंत्री राजीव रंजन सिंह एवं राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन की अध्यक्षता में हुई बैठक में झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार एवं छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधि शामिल हुए। झारखंड की ओर से कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव अबु बक्कर सिद्दीक रीजनल निदेशक मत्स्य डॉ. एच. एन. द्विवेदी शामिल हुए। कृषि सचिव ने राज्य में मात्स्यिकी योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी। कृषि सचिव ने झारखंड की ओर से कई मांगों को रखा। इनमें हजारीबाग में आईसीएआर- सीआईएफए के रीजनल सेंटर की स्थापना करने, राज्य में उन्नत किस्म के मत्स्य बीज के लिए ब्रूड बैंक एवं मॉडर्न तकनीक के हैचरी अधिष्ठापन के साथ-साथ मछलियों के विपणन में प्रसंस्करण इकाई, मोती पालन में प्रयुक्त हेने वाले सीप एवं रंगीन मछलियों के ब्रूड बैंक के लिए आईसीएआर और एनएफडीबी, हैदराबाद से परामर्श और विशेषज्ञ सहयोग की आवश्यकता जताई। पर्यवेक्षण के लिए पर्याप्त राशि मिले बैठक में कृषि सचिव अबु बक्कर सिद्दीक ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के पर्यवेक्षण के लिए एसपीयू-डीपीयू यूनिट्स द्वारा कार्य किया जाता है। इस मद में झारखंड राज्य को उपलब्ध कराई गई राशि पर्याप्त नहीं है। इसलिए वित्तीय वर्ष 2025-26 में करते हुए इस मद में पर्याप्त राशि उपलब्ध कराई जाए।