हरियाणा के IPS अफसर सुसाइड केस में खुलासा:गनमैन ने रिश्वत केस में नाम लिया, वसीयत-फाइनल नोट मिला; IAS पत्नी CM संग जापान दौरे पर

हरियाणा के सीनियर IPS अफसर वाई पूरन कुमार ने मंगलवार को सुसाइड कर लिया। उन्होंने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपनी कोठी में खुद को गोली मार ली। पूरन कुमार ने PSO के पिस्टल से गोली मारी। 2 दिन पहले रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने में एक FIR दर्ज की गई। ये FIR रोहतक रेंज के IG रहे वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार के खिलाफ थी, जिसमें सुशील कुमार पर एक शराब कारोबारी से रिश्वत मांगने का आरोप था। रोहतक के SP नरेंद्र बिजारणिया ने बताया कि वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील ने एक शराब कारोबारी से दो से ढाई लाख रुपए मंथली रिश्वत मांगी थी। इससे जुड़ी एक ऑडियो क्लिप मिलने के बाद सुशील को अरेस्ट किया गया। पूछताछ में सुशील ने वाई पूरन कुमार का नाम लिया। रोहतक पुलिस ने मंगलवार शाम को सुशील को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। सूत्रों के अनुसार, पूरन कुमार के सुसाइड की यही वजह मानी जा रही है। पूरन कुमार को 29 सितंबर को सरकार ने रोहतक रेंज के IG पद से हटाते हुए पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज (PTC), सुनारिया में IG लगा दिया। पुलिस महकमे में इसे एक तरह की पनिशमेंट ट्रांसफर समझा जा रहा था। देर शाम को चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से जारी प्रेस नोट के मुताबिक, पुलिस को मौके से एक वसीयत और एक फाइनल नोट बरामद हुआ है। इन्हें बाकी सबूतों के साथ जब्त कर लिया गया। वाई पूरन कुमार की पत्नी के 8 अक्टूबर को जापान से लौटने के बाद मेडिकल बोर्ड बनाकर पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। इस बीच, पुलिस सूत्रों का कहना है कि मौके से मिले नोट में हरियाणा के एक मौजूदा IPS अफसर और 2 रिटायर्ड IPS अफसरों का नाम है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई।
वाई पूरन कुमार की कोठी के बाहर की PHOTOS… इस घटना से जुड़ी 4 प्रमुख बातें…. 1. 3 मंजिला कोठी की बेसमेंट में घटना
IPS अफसर वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर 11 की जिस 116 नंबर कोठी में सुसाइड किया, वह तीन मंजिला है। तीनों फ्लोर पर अलग-अलग परिवार रहते हैं। वाई पूरन कुमार के पास इस कोठी का ग्राउंड फ्लोर और बेसमेंट है। वह यहां अपनी पत्नी अमनीत पी. कुमार और एक बेटी के साथ रहते थे। उनकी पत्नी हरियाणा सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग की सचिव हैं। पत्नी हरियाणा CM नायब सैनी के साथ 5 अक्टूबर को जापान गए राज्य सरकार के डेलीगेशन में शामिल हैं। यह डेलीगेशन 8 अक्टूबर की शाम को भारत लौटेगा। 2. बेटी ने देखी सबसे पहले बॉडी
चंडीगढ़ पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को वाई पूरन कुमार और उनकी छोटी बेटी घर पर थे। बाप-बेटी सुबह ग्राउंड फ्लोर पर थे। थोड़ी देर बाद पूरन कुमार उठकर कोठी की बेसमेंट में चले गए जबकि बेटी अपने किसी काम में व्यस्त हो गई। बेसमेंट में पहुंचने के बाद पूरन कुमार ने वहां पड़ी कुर्सी पर बैठकर पिस्टल को अपनी कनपटी पर रखकर ट्रिगर दबा दिया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना का पता तब चला जब कुछ देर बाद बेटी बेसमेंट में गई। पिता की बॉडी और खून देखकर उसने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। 3. डेढ़ बजे पुलिस को कॉल आई, मौके से पिस्टल मिली
चंडीगढ़ पुलिस के प्रवक्ता के मुताबिक सेक्टर 11 पुलिस स्टेशन में मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे सुसाइड की कॉल आई। तुरंत पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। शव कोठी की बेसमेंट के कमरे में था। उनके सिर में गोली लगने का घाव था। मृतक की पहचान 2001 बैच के हरियाणा पुलिस के अफसर वाई पूरन कुमार के रूप में हुई। फोरेंसिक टीम को बुलाया गया। घटनास्थल की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करवाई गई। मौके से पिस्टल भी जब्त की गई। शव कब्जे में लेकर सेक्टर 16 स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। 4. मजदूरों ने नहीं सुनी गोली चलने की आवाज
कोठी के बाहर एक प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी के गार्ड तैनात रहते हैं जिन्हें तीनों फैमिली ने मिलकर रखा है। यहां तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने ही चंडीगढ़ पुलिस को फोन करके गोली चलने की सूचना दी। कोठी के ठीक सामने स्थित प्लॉट में घर बनाने का काम चल रहा है। यहां काम करने वाले मजदूरों का कहना है कि उन्होंने गोली चलने की कोई आवाज नहीं सुनी। दोपहर 2 बजे जब पुलिस की कई गाड़ियां वहां पहुंचीं, तब उन्हें पता चला कि सामने वाली कोठी में किसी बड़े पुलिस अफसर ने खुद को गोली मार ली है। वाई पूरन कुमार DGP विवाद से चर्चा में रहे, SC अफसरों की फील्ड पोस्टिंग का मुद्दा उठाया, नई इनोवा न मिलने पर कार लौटाई सुसाइड के पल-पल के अपडेट जानने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…

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