रीवा के सेमरिया तहसील के किसानों को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दरअसल किसान बीड़ा सेवा सहकारी समिति में हुए करोड़ों के धान घोटाले का विरोध कर रहे थे। किसान हाथ-पैर में बेड़ियां डालकर मुख्यमंत्री से मिलने भोपाल जा रहे थे। इसी दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के विरोध में एक किसान ने टीआई से कहा कि एक महीने की सैलरी न मिले तो समझ आ जाएगा। हमें गिरफ्तार कर रहे हैं। दरअसल, किसानों का आरोप है कि समिति प्रबंधक और खरीदी प्रभारी ने 63 किसानों की धान खरीदी के 1 करोड़ 28 लाख रुपए का गबन किया है। एक साल से किसान अपनी मेहनत की कमाई के लिए दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है। भोपाल जाने से रोका, फिर गिरफ्तार किया
कलेक्टर से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तक सभी से गुहार लगाने के बाद भी जब समाधान नहीं निकला,तो किसानों ने भोपाल जाकर मुख्यमंत्री से फरियाद करने का निर्णय लिया। किसान भोपाल प्रस्थान के लिए निकले, प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की। किसानों के न मानने पर मौके पर मौजूद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद किसानों में आक्रोश
किसानों की गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में आक्रोश और नाराजगी का माहौल है। किसान संगठनों ने प्रशासन की इस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताते हुए जल्द न्याय न मिलने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। कमलेश तांडेकर जिला प्रबंधक सहकारिता ने बताया कि समिति का काफी भुगतान रुका हुआ है। जिसको लेकर वसूली की कार्यवाही की जा रही है। उस वजह से भी बाकी किसानों को समस्या है। यहां आए किसानों की अलग अलग तरह की समस्याएं हैं। इसलिए जल्द समस्याओं का समाधान किया जाएगा। किसान जुगलाल ने बताया कि हम सभी आज अपनी समस्याओं को लेकर भोपाल जाने के लिए एकत्रित हुए थे। लेकिन हमें गिरफ्तार किया जा रहा है। किसान मर रहा है,इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा।