त्योहार के दौरान बड़े पैमाने पर अवैध रूप से तैयार देसी शराब खपाने की तैयारी थी। गुरुवार को उत्पाद विभाग की टीम ने नामकुम थाना क्षेत्र के हेसापीढ़ी में छापेमारी कर अवैध देसी शराब की 10 भट्ठियों को नष्ट किया। इस दौरान उत्पाद की टीम ने उक्त भट्ठियों पर बनी हुई 400 लीटर देसी शराब भी जब्त की। वहीं देसी शराब के लिए रखे गए 12000 किलो जावा महुवा को भी नष्ट किया गया। सहायक उत्पाद आयुक्त अरुण कुमार मिश्रा के नेतृत्व में उत्पाद की टीम ने छापेमारी की। टीम का नेतृत्व एसआई प्रदीप शर्मा कर रहे थे। उत्पाद की टीम ने काफी संख्या में देसी शराब तैयार करने के लिए रखे गए बर्तनों को भी जब्त किया। इस मामले में उत्पाद की टीम ने छह अवैध शराब बनाने वाले माफियाओं के विरुद्ध केस दर्ज किया है। जिनके विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है, उनमें परना महतो, दीपक महतो, महावीर महतो, कुलदीप महतो, अरुण महतो और दिनेश महतो शामिल हैं। हालांकि एक भी माफिया उत्पाद के हत्थे नहीं चढ़ा है। उत्पाद की टीम उनकी तलाश कर रही है। अवैध शराब के विरुद्ध जारी रहेगा अभियानजंगलों में सुनसान जगह पर शराब तैयार करते हैं माफिया त्योहार के समय देसी शराब की बिक्री बढ़ जाती है, इसलिए माफिया बड़े पैमाने पर देसी शराब तैयार करते हैं। इसकी मांग रांची के अलावा आसपास के जिलों में भी है। कीमत भी माफियाओं को अच्छी मिलती है। इसलिए पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम से बचने के लिए माफिया जंगलों में इन शराब भट्ठियों को लगाते हैं, ताकि इन तक कोई पहुंच नहीं पाए। जंगलों में वैसे स्थान का चयन इनके द्वारा किया जाता है, जहां पानी की पूरी तरह से उपलब्धता हो। शराब बनाने के लिए माफियाओं ने जमीन के अंदर गड्ढे खोद कर 1000-1000 लीटर की टंकियां डाल रखी थीं। टंकियों का उपयोग जावा महुआ के फरमेंटेशन के लिए किया जाता है। जमीन के अंदर इन्हें डाल कर इसलिए रखते हैं, ताकि किसी को दूर से दिखे नहीं िक वहां अवैध देसी शराब तैयार की जा रही है। उत्पाद की टीम ने छापेमारी के दौरान सभी टंकियों में फिनाइल डालकर जावा महुआ को नष्ट कर दिया, ताकि उसका शराब माफिया उपयोग नहीं कर सकें।