आपातकालीन चिकित्सा एबुलेंस सेवा के कॉल सेंटर के अचानक हुए घेराव व कार्यालय के मुख्य गेट को ब्लॉक किए जाने के मामले में डोरंडा थाना में 29 जून को प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी राजेश कुमार केसरी ने नीरज तिवारी व अन्य अज्ञात के विरुद्ध दर्ज कराई है। जिसमें बताया है कि एंबुलेंस सेवा का संचालन सम्मान फाउंडेशन की ओर से किया जाता है। उसके कॉल सेंटर और ऑपरेशनल ऑफिस में हंगामा किया गया। आरोप है कि कंपनी के कर्मचारी नीरज तिवारी अपने साथियों के साथ अचानक ऑफिस पहुंचा। दोनों मुख्य गेट को घेरकर ब्लॉक कर दिया। अंदर मौजूद महिला कर्मचारियों समेत सभी कर्मी कई घंटे तक फंसे रहे। बाहर के कर्मियों को अंदर नहीं आने दिया गया। अंदर वालों को बाहर नहीं निकलने दिया गया। धमकी दी गई कि जो जहां है, वहीं रहे, नहीं तो अंजाम बुरा होगा। इस घटना से आपातकालीन 108 एम्बुलेंस सेवा घंटों तक बाधित रही। नीरज तिवारी पर लगातार अनुशासनहीनता, कार्य में शिथिलता, मनमानी, सरकारी गाड़ियों को नुकसान पहुंचाने, वाहन मरम्मत में बाधा डालने और जिलों में गलत सूचना फैलाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह भी आरोप है कि नीरज तिवारी ने अन्य ड्राइवर और ईएमटी स्टाफ को भी भड़काया। सभी ने फिर से ऑफिस आने की धमकी दी।